सोशल मीडिया पर शुक्रवार को एक मासूम सी बच्ची की दुल्हन बनी फोटो तेजी से वायरल हो रही थी। बताया जा रहा था कि दुल्हन के जोड़े में दिख रही बच्ची का बाल विवाह कराया गया है। लड़की की उम्र महज आठ साल है जबकि लड़के की उम्र 28 साल है। जिसके बाद बिहार में बवाल मच गया और लोग सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकालना शुरू किए। बिहार सरकार से बच्ची को न्याय दिलाने की मांग भी उठने लगी। पूरा मामला प्रशानिक विभाग तक जा पहुंचा। जांच में पता चला कि लड़की नाबालिग नहीं है और उसकी शादी दोनो परिवार की मर्जी से की गई है।
दरअसल, बिहार के जमुई जिले के अकौनी गांव निवासी जिस लड़की की तस्वीर वायरल हो रही थी वो सरकारी दस्तावेजों के मुताबिक बालिग है। उसका नाम तनु कुमारी है। उसकी शादी 24 अप्रैल 2021 को हुई थी और उसकी उम्र 19 साल है।
बालिका वधू की सच्चाई
बालिका वधु बनाई गई लड़की शादी की खुशी मनाने की जगह खुद सोशल मीडिया में एक वीडियो में सफाई देती हुई नजर आई। उसने खुद कहा है कि उसकी शादी दोनो परिवार की सहमति से हुई है। उसकी जन्म तिथि 01-01-2002 है। उसने सभी से गुहार लगाई कि गलत वीडियो को वायरल मत कीजिए उसको खंडित कीजिए।
वहीं, जांच के बाद प्रशासनिक स्तर पर विज्ञप्ति जारी कर जानकारी दी गई कि 25 मई को सोशल मीडिया में तथाकथित बाल विवाह की जानकारी मिली थी। सूचना के बाद जांच के लिए अनुमंडल पदाधिकारी, नवादा सदर और अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पकरीबरावां को संयुक्त रूप से वारिसलीगंज भेजा गया। जहां गांव के लोगों ने बताया कि लड़की का नाम तनु कुमारी है जो अपने ननिहाल मतासी प्रखंड सिकन्दरा जिला जमुई में रहती है। गांव वालों के अनुसार तनु की मां भी वहीं रहती है। उसके पिता दिल्ली में काम करते हैं। फिलहाल वो शादी के बाद अपने पति के साथ अपने ससुराल में है। सोशल मीडिया पर वायरल खबर पूरी तरह से बेबुनियाद है।