दिसंबर का आधा से अधिक महीना बीत चुका है। अब उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड ने दस्तक दे दी है। खास तौर से बिहार इस वक्त शीतलहर की चपेट में है। राजधानी पटना समेत सूबे के 26 जिलो में ठंड की वजह से जीना मुहाल है। पूरा सूबा ठंड की ठिठुरन झेल रहा है। दिन और रात के तापमान में आई कमी से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
कड़ाके की ठंड की स्थिति को देखते हुए राज्य के मौसम विज्ञान ने अलर्ट जारी किया है। विभाग ने 21 दिसंबर की सुबह साढ़े आठ बजे तक राज्य के 26 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
सूबे में दिनभर कनकनी वाली हवा चल रही है। राज्य में न्यूनतम पारा लगातार गिरता जा रहा है। न्यूनतम तापमान इस वक्त 5 से 6 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया है। गया प्रदेश का सबसे ठंडा जिला रहा। यहां पारा 3.6 डिग्री दर्ज किया गया।
कड़ाके की ठंड की वजह से राज्य की बड़ी आबादी संकट में है। साथ हीं पशु-पक्षी भी परेशान हैं। उत्तर पश्चिमी दिशा से आ रही बर्फीली हवा की वजह से राज्य में तीसरे दिन भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई। मौसम विज्ञान केंद्र का कहना है कि इस महीने के अंत तक पारा और नीचे आ सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिले आंकड़ों के अनुसार पिछले साल दिसंबर में इससे भी अधिक ठंड थी। तब 28 दिसंबर को पटना का पारा 4.8 डिग्री पर पहुंच गया था।
इन जिलों में ऑरेंज अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ने पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, बेगूसराय, लखीसराय, नवादा, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ, औरंगाबाद,जहानाबाद, अरवल, सीतामढ़ी, मधुबनी, वैशाली, सीवान, सारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, शिवहर, समस्तीपुर, प. चंपारण के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किए हैं। ऑरेंज अलर्ट मौसम में आए बदलाव पर सर्तकता के लिए जारी किया जाता है। जब ठंड या गर्मी खतरनाक स्थिति की ओर बढ़ रही होती है तो ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है। खतरनाक स्थिति पर पहुंचने के बाद रेड अलर्ट जारी किया जाता है।