तेलंगाना विधान परिषद के हैदराबाद स्थानीय प्राधिकरण निर्वाचन क्षेत्र के लिए बुधवार को हुए चुनाव में लगभग 79 प्रतिशत मतदान हुआ, जहां असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है।
विज्ञप्ति के अनुसार इस चुनाव में 66 पार्षदों और 22 पदेन सदस्यों ने मतदान किया।
इन 112 में से एआईएमआईएम और भाजपा के पास चुनाव में क्रमशः 49 और 29 मतदाता माने जा रहे हैं।
भाजपा ने कांग्रेस और बीआरएस पर चुनाव से दूर रहकर एआईएमआईएम को चुनाव में मदद करने का आरोप लगाया है।
पिछले कुछ दिन में हैदराबाद में कुछ जगहों पर हिंदुओं को संबोधित करते हुए बैनर लगाए गए थे, जिसमें जीएचएमसी के पार्षदों से अपने मताधिकार का उपयोग करने और एआईएमआईएम के खिलाफ वोट देने की अपील की गई थी, जो कथित तौर पर हिंदुओं का अपमान कर रही है।
बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामाराव ने कहा था कि उनकी पार्टी ने चुनाव से दूर रहने का फैसला किया है क्योंकि उनके पास जीतने के लिए आवश्यक संख्या नहीं है।
उन्होंने कहा था कि बीआरएस ने इसलिए चुनाव से दूर रहने का फैसला किया है क्योंकि वह न तो भाजपा को वोट दे सकती है और न ही एआईएमआईएम को।
कांग्रेस के खिलाफ भाजपा के हमले पर आपत्ति जताते हुए सत्तारूढ़ पार्टी के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) वेंकट बालमूर ने कहा था कि भाजपा ने चुनाव जीतने के लिए पर्याप्त संख्या नहीं होने के बावजूद चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
बालमूर ने आरोप लगाया था कि भाजपा धार्मिक वैमनस्य को बढ़ावा देकर राजनीतिक लाभ हासिल करने की कोशिश कर रही है। मतों की गिनती 25 अप्रैल को होगी।