केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने पश्चिम बंगाल में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर भीड़ द्वारा हमले किए जाने की शनिवार को निंदा की और कहा कि जो लोग कानून का सम्मान नहीं करते हैं और अपने गलत कृत्यों के लिए जेल जाने से डरते हैं, वे ही जांच एजेंसियों पर ऐसे हमले करते हैं।
पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में ईडी के कुछ अधिकारियों से सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के नेता शेख शाहजहां के कथित समर्थकों ने उस समय मारपीट की और उनके वाहन क्षतिग्रस्त कर दिए जब वे राशन वितरण घोटाले की जांच के सिलसिले में टीएमसी नेता के आवास की तलाशी लेने जा रहे थे।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कथित राशन घोटाले के सिलसिले में बनगांव नगर निकाय के पूर्व अध्यक्ष शंकर आद्या को शनिवार तड़के गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद अधिकारी जब शंकर को ले जाने लगे तो शंकर के समर्थकों ने उनका रास्ता रोकने की कथित तौर पर कोशिश की और अधिकारियों के वाहनों पर पथराव भी किया। ईडी टीम के साथ मौजूद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को हालात पर काबू पाने के लिए भीड़ पर लाठीचार्ज करना पड़ा।
प्रधान ने कहा, ‘‘किसी लोकतांत्रिक व्यवस्था में सरकारी एजेंसियां अपने नियमों के अनुसार काम करती है। उन्हें बिना किसी बाधा के काम करने की अनुमति होनी चाहिए। दुर्भाग्य से कुछ इलाकों में भ्रष्टाचार में डूबे लोगों के मन में कानून के प्रति कोई सम्मान नहीं है और वे जेल जाने से डरते हैं। वे एजेंसियों के खिलाफ बोलते हैं, उन पर हमला करते हैं। मैं उनकी कड़ी निंदा करता हूं।’’
केंद्रीय मंत्री चरोतर विज्ञान और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के 13वें दीक्षांत समारोह के इतर मीडिया से बातचीत कर रहे थे। उन्हें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया गया था।