दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के सरकारी आवास, बंगला नंबर 1, राज निवास मार्ग, के नवीकरण के लिए 60 लाख रुपये का टेंडर रद्द कर दिया गया है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने प्रशासनिक कारणों से यह निर्णय लिया। इस टेंडर में 14 एयर कंडीशनर, पांच 4के स्मार्ट टीवी, 115 डिजाइनर लाइट्स, तीन बड़े झूमर, 14 सीसीटीवी कैमरे, और अन्य उपकरण जैसे डिशवॉशर, वॉशिंग मशीन, और गीजर शामिल थे। नवीकरण का काम 60 दिनों में पूरा होना था।
रेखा गुप्ता, जो फरवरी 2025 में दिल्ली की पहली बार विधायक बनने के बाद मुख्यमंत्री बनीं, अभी अपने शालीमार बाग के निजी घर में रह रही हैं। उन्हें दो बंगले आवंटित किए गए हैं—एक आवास के लिए और दूसरा कैंप ऑफिस के लिए। कैंप ऑफिस का उद्घाटन पिछले हफ्ते हुआ। इस टेंडर को लेकर विपक्ष, खासकर आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने तीखी आलोचना की थी। आप ने इसे ‘मायामहल’ करार दिया और कहा कि दिल्लीवासी बिजली, पानी और महंगाई की समस्याओं से जूझ रहे हैं, जबकि मुख्यमंत्री अपने आवास पर लाखों खर्च कर रही हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने आरोप लगाया कि जनता गंदा पानी पीने को मजबूर है, लेकिन मुख्यमंत्री अपने बंगले पर 59.40 लाख रुपये खर्च कर रही हैं। इस विवाद ने दिल्ली की सियासत को गरमा दिया था, क्योंकि पहले अरविंद केजरीवाल के ‘शीशमहल’ को लेकर भी बीजेपी ने सवाल उठाए थे। बीजेपी नेताओं ने सफाई दी कि यह नवीकरण पुरानी इमारत को ठीक करने के लिए जरूरी था, लेकिन जनता की समस्याओं के बीच इस खर्च की आलोचना बढ़ती जा रही थी।
दिल्ली सरकार ने 9 जुलाई को पीडब्ल्यूडी को टेंडर रद्द करने की सूचना दी। यह बंगला पहले उपराज्यपाल सचिवालय के कर्मचारियों के लिए इस्तेमाल होता था। अब इसे मुख्यमंत्री और उनके परिवार के लिए तैयार किया जा रहा था। इस रद्दीकरण से नवीकरण का काम अनिश्चितकाल के लिए रुक गया है।