नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने शनिवार, 21 जून 2025 को एयर इंडिया को अपने तीन वरिष्ठ अधिकारियों को क्रू शेड्यूलिंग और रोस्टरिंग से संबंधित सभी भूमिकाओं से तत्काल हटाने का निर्देश दिया। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, यह कार्रवाई हाल ही में अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया की उड़ान AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद की गई, जिसमें 241 यात्रियों की मौत हो गई थी। DGCA ने इन अधिकारियों के खिलाफ तत्काल आंतरिक अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने का भी आदेश दिया।
DGCA के 20 जून के आदेश में कहा गया कि इन अधिकारियों, जिनमें एक डिवीजनल वाइस प्रेसिडेंट भी शामिल हैं, पर क्रू शेड्यूलिंग, अनुपालन निगरानी और आंतरिक जवाबदेही में "प्रणालीगत विफलता" का आरोप है। यह कदम हाल की सुरक्षा चूकों और अहमदाबाद हादसे की चल रही जांच के मद्देनजर उठाया गया है, जिसमें बोइंग 787 ड्रीमलाइनर शामिल था।
12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही उड़ान AI-171 के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद DGCA ने एयर इंडिया के बोइंग 787-8/9 बेड़े की गहन सुरक्षा जांच का आदेश दिया था। इसके अलावा, मार्च 2025 की संसदीय समिति की रिपोर्ट में DGCA, BCAS और AAI में कर्मचारियों की भारी कमी और सुरक्षा मानकों में चूक की बात उठाई गई थी, जिसे कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने भी उजागर किया।
दो पूर्व क्रू मेंबर्स ने दावा किया कि उन्होंने 2024 में बोइंग 787 की तकनीकी खामियों की शिकायत की थी, लेकिन DGCA ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उनका कहना है कि इन चेतावनियों पर ध्यान दिया गया होता तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था।
एयर इंडिया ने कहा कि वह DGCA के निर्देशों का पालन कर रही है और बोइंग 787 बेड़े की जांच पूरी कर रही है।