भारत के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति गौतम अदाणी को 31 मार्च, 2025 को समाप्त वित्त वर्ष में कुल 10.41 करोड़ रुपये का पारिश्रमिक मिला। यह राशि उद्योग के उनके अधिकांश प्रतिस्पर्धियों और उनके अपने प्रमुख अधिकारियों से कम है।
उनका कुल पारिश्रमिक 2023-24 में अर्जित 9.26 करोड़ रुपये के मुकाबले 2024-25 में 12 प्रतिशत अधिक था।
इसके अलावा, उन्होंने अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक ज़ोन (एपीएसईज़ेड) से 7.87 करोड़ रुपये लिये। इसमें 1.8 करोड़ रुपये वेतन और 6.07 करोड़ रुपये कमीशन के तौर पर मिले।
अदाणी का वेतन भारत में लगभग सभी बड़े परिवार के स्वामित्व वाले समूहों के प्रमुखों से कम है। हालांकि सबसे धनी भारतीय मुकेश अंबानी कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से वेतन नहीं ले रहे हैं।
अदाणी का पारिश्रमिक दूरसंचार कारोबारी सुनील भारती मित्तल (2023-24 में 32.27 करोड़ रुपये), राजीव बजाज (2023-24 में 53.75 करोड़ रुपये), पवन मुंजाल (2023-24 में 109 करोड़ रुपये), एलएंडटी के चेयरमैन एस एन सुब्रह्मण्यन (2024-25 में 76.25 करोड़ रुपये) और इंफोसिस के सीईओ सलिल एस पारेख (2024-25 में 80.62 करोड़ रुपये) से काफी कम है।
अदाणी का वेतन उनके समूह की कंपनियों के कम से कम एक-दो मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से कम है। एईएल के सीईओ विनय प्रकाश को 69.34 करोड़ रुपये मिले। प्रकाश के पारिश्रमिक में चार करोड़ रुपये का वेतन और 65.34 करोड़ रुपये के भत्ते तथा अन्य प्रोत्साहन शामिल हैं।
इसी तरह अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के प्रबंध निदेशक विनीत एस जैन को 11.23 करोड़ रुपये मिले, जबकि समूह सीएफओ जुगेशिंदर सिंह ने वित्त वर्ष 2024-25 में 10.4 करोड़ रुपये कमाए।