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नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई, 1350 करोड़ के गहने जब्त कर भारत लाए गए

पीएनबी घोटाले मामले में देश से भाग चुके डायमंड कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी मामले में ईडी ने बड़ी...
नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ ईडी की कार्रवाई, 1350 करोड़ के गहने जब्त कर भारत लाए गए

पीएनबी घोटाले मामले में देश से भाग चुके डायमंड कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी मामले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी नीरव मोदी और चोकसी के 1350 करोड़ रुपये के तराशे हुए हीरे, मोती, गहने जब्त कर हांगकांग की फर्मों से वापस भारत लाई है।

नीरव मोदी और मेहुल चोकसी ने घोटाले से संबंधित काफी रकम विभिन्न विदेशी देशों को भेज दी थी। बुधवार को भारत वापस लाए गए हीरे जवाहरात आदि 108 खेपो के जरिए विदेशों में भेजा गया था जिससे किसी को यह शक भी ना हो सके कि घोटाले की रकम को हीरे जवाहरातओं की शक्ल में बदलकर विदेश भेजा जा रहा है। भारत वापस लाए गए सामान में पॉलिश किए गए हीरे मोती और चांदी के गहने आदि शामिल हैं। इन गहनों का कुल वजन 2340 किलोग्राम बताया गया है।

जुलाई 2018 में मिली थी कीमती सामानों की जानकारी

प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों को जुलाई 2018 में इन कीमती सामानों के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी और उसके बाद तत्कालीन निदेशक ने हांगकांग प्रशासन समेत अनेक अथॉरिटी से इस बाबत बातचीत की थी और इस सामान को हांगकांग में ही सील करा दिया गया था। कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद इन गहनों को आज वापस भारत लाया गया है।

पहले भी लाया जा चुका है कीमती सामान

ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि आज जो सामान भारत वापस लाया गया है उसमें से 32 खेप नीरव मोदी की कंपनियों से संबंधित हैं। बाकी मेहुल चोकसी द्वारा नियंत्रित कंपनियों से संबंधित है।. इसके पहले भी ईडी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के मामले में दुबई और हांगकांग से कीमती सामानों की लगभग तीन दर्जन खेपों को वापस ला चुकी है। जिनका मूल्यांकन लगभग 137 करोड़ रुपये किया गया था भारत वापस लाए गए सामान को फ़िलहाल जप्त कर लिया गया है और वैल्यूअर द्वारा अब इनकी वास्तविक कीमत का आकलन कराया जा रहा है।

प्रर्त्यपण की कोशिशें रही हैं नाकाम

बता दें कि नीरव मोदी इस समय लंदन में जबकि मेहुल चोकसी बारामूडा में है। दोनों को वापस भारत प्रत्यर्पित कराने की अभी तक की ईडी की तमाम कोशिशें फिलहाल नाकाम साबित होती दिख रही है क्योंकि मेहुल चोकसी के बारे में वहां की सरकार ने स्पष्ट किया है कि चोकसी को भारतीय एजेंसियों की हरी झंडी के बाद ही बारामूडा की नागरिकता दी गई थी लिहाजा वह वहां का नागरिक है और वहां के नियमों के हिसाब से ही उसे वापस भेजा जाएगा जबकि नीरव मोदी मामले में अभी तक लंदन में चल रहे प्रत्यर्पण मामले में कोई खास कामयाबी हाथ नहीं लगी है। यह दोनों घोटाला खुलने के पहले ही देश छोड़कर फरार हो गए थे और इनके भारत से भाग जाने के बाद इनके खिलाफ मुकदमे दर्ज किए थे।

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