देश और दुनिया में में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 1,752 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं और 491 लोग इलाज के बाद डिस्चार्ज हुए हैं। इसके साथ ही ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,813 हो गई है। अब रिकवरी रेट 20.57 फीसदी हुआ है। देश में अब संक्रमितों की संख्या 23,452 हो गई है और 72 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 28 दिनों से जिन जिलों से कोई नया मामला सामने नहीं आया है उनकी संख्या भी बढ़कर 15 हो गई है। अब देश में 80 जिले ऐसे हैं जहां पर इससे पहले कोरोना के केस सामने आए थे लेकिन पिछले 14 दिनों से वहां पर कोई केस नहीं आया।
डबलिंट रेट नौ दिन हुआः एनसीडीसी
नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) के डायरेक्टर डॉ सुजीत सिंह ने कहा कि कोविड 19 से लड़ने में फिलहाल निगरनी हमारा प्रमुख हथियार है। निगरानी सिस्टम के जरिए करीब 9 लाख 45 हजार लोगों पर नजर रखी गई। वायरस का समुदाय स्तर पर प्रसार रोकने के लिये हम जिला और राज्य स्तर पर सामुदायिक निगरानी व्यवस्था लागू कर रहे हैं। कोविड एंवार्ड ग्रुप के अधिकारी ने कहा कि आज हमारा डबलिंग रेट 9 दिन तक पहुंच गया है, ये दिखाता है कि जो महामारी तेज गति से फैल रही थी उस पर हम किस हद तक अपने प्रयासों से रोक लगा पाए हैं। अगर समय से लॉकडाउन नहीं होता तो अब तक करीब 73 हजार केस होते।
आईएमसीटी का किया गठन
गृहमंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने कहा कि जो क्षेत्र कंटेंनमेंट या हॉट स्पॉट नहीं है वहां 20 अप्रैल से कुछ गतिविधियों की मंजूरी दी गई है लेकिन गलत व्याख्या की वजह से आशंका थी कि फैक्ट्री में कोविड केस मिलने पर फैक्ट्री के सीईओ को सजा हो सकती है या फैक्ट्री 3 महीने के लिए सील हो सकती है। इसलिए कल गृह मंत्रालय ने सभी राज्यों को पत्र लिखकर स्पष्ट किया है कि 15 अप्रैल को जारी दिशानिर्देशों में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने आपदा प्रबंधन अधिनियम के अंतर्गत 6 इंटर-मिनिस्ट्रियल सेंट्रल टीमों (आईएमसीटी) का गठन किया था। कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए गृह मंत्रालय ने 4 और टीमों का गठन किया है जो अहमदाबाद, सूरत, हैदराबाद और चेन्नई भेजी जा रहीं हैं।