यूपी के इटावा जिले के सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय अस्पताल के बाहर 70 कोरोना पॉजिटिव मरीज तीन घंटे सड़क पर घूमते रहे। इन मरीजों को आगरा से बस और एंबुलेंस द्वारा इटावा भेजा गया गया था। यहां पहुंचने के बाद मरीजों ने देखा कि अस्पताल का मेन गेट खुला नहीं है जिसके चलते मरीज सड़क पर टहलते रहे। इसे यूपी सरकार की बड़ी लापरवाही माना जा रहा है।
स्थानीय लोगों ने थाना प्रभारी और क्षेत्राधिकारी को इसकी सूचना दी। इसके बाद क्षेत्राधिकारी चंद्र पाल सिंह ने विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजकुमार को इस बारे में बताया। कुलपति ने इसके बाद अस्पताल का मेन गेट खुलवाया और मरीजों को अस्पताल के अंदर बने कोरोना वायरस विंग मे भर्ती किया गया। कुलपति राजकुमार ने कहा कि यह घटना आगरा प्रशासन की संवादहीनता का परिणाम है। उन्होंने कहा, "हम सड़क पर उनके घूमने की रिपोर्टों का सत्यापन कर रहे हैं और आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।"
सुबह 4 बजे आगरा से पहुंचे थे सैफई अस्पताल
पुलिस ने बताया कि मरीजों को पानी और बिस्कुट मुहैया कराया गया। ये सभी मरीज बस और एंबुलेंस से तड़के चार बजे आगरा से सैफई आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय अस्पताल पहुंचे थे। अस्पताल का मेन गेट बंद होने की वजह से सभी मरीज सुबह 7 बजे तक मेन गेट के सामने और आस-पास सड़कों पर टहलते रहे।
राज्य का हॉटस्पॉट है आगरा
यूपी में पिछले 24 घंटे के दौरान 172 नए मामले सामने आ चुके हैं और दो लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ संक्रमित मरीजों की संख्या 1,793 हो गई है और 27 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। आगरा यूपी का हॉटस्पॉट बना हुआ है और यहां सबसे ज्यादा 346 पॉजिटिव मामले हैं तो लखनऊ में मरीजों की संख्या 176 हो गई है। गौतमबुद्धनगर में 112 मरीज हैं तो गाजियाबाद में मरीजों की संख्या 52 पहुंच गई है।