पिछले दिनों लखनऊ के तन्वी और अनस सिद्दीकी पासपोर्ट मामले में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्विटर पर ट्रोल किया गया। खुद सुषमा स्वराज ने इन ट्वीट्स को सार्वजनिक किया। अब इसी क्रम में एक ट्रोल ने सुषमा स्वराज को लेकर भद्दी टिप्पणी करते हुए सारी हदों को पार कर दिया और अपनी घिनौनी मानसिकता दिखा दी। उसने सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल से सुषमा स्वराज को पीटने की बात कह डाली।
ट्रोल की ट्विटर प्रोफाइल इसका नाम मुकेश गुप्ता बता रही है और अपने ट्विटर हैंडल में उसने आईआईटी दिल्ली भी जोड़ रखा है। उसने सुषमा स्वराज के पति को ट्वीट कर लिखा है, ‘जब वह (सुषमा स्वराज) आज रात घर आती हैं तो आप उन्हें पीटते क्यों नहीं और उन्हें कहते क्यों नहीं कि वह मुस्लिम तुष्टिकरण करना बंद करें। मुस्लिम कभी भी भाजपा को वोट नहीं करेंगे।‘ स्वराज कौशल ने इस ट्वीट को रीट्वीट किया ताकि सब लोग इस ट्रोल की मानसिकता से परिचित हो सकें। लोगों ने इस शख्स को काफी खरी-खोटी भी सुनाई।
— Governor Swaraj (@governorswaraj) June 30, 2018
I don’t know what’s more shocking. That a seemingly educated man tweets filth like this or that he is brazen enough to not even disguise his misogyny and bigotry. https://t.co/vLxBq6tKRl
— Rohini Singh (@rohini_sgh) June 30, 2018
ये ‘संस्कृति रक्षक’ ब्रिगेड के लोग हैं, इन्हें ऐसी ही भाषा और संस्कार सिखाये गये हैं.
— Qamar Waheed Naqvi (@qwnaqvi) June 30, 2018
God bless @MG_IITDelhi 's wife. Police should check 4 domestic violence at his place.
— Mehek (@MehekF) June 30, 2018
विरोध का यह तरीका अनुचित और निंदनीय
— sumit kumar saxena (@sumitk_saxena) June 30, 2018
This is disgusting , these people are dangerous for our society !! I am sad for this person's wife
— Gaurav (@GauravAt24) June 30, 2018
एक हिंदू-मुस्लिम दंपति को पासपोर्ट जारी करने को लेकर हुए विवाद में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गत रविवार को ट्विटर पर ट्रोल हुईं और उनके खिलाफ गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल किया गया। पिछले सप्ताह पासपोर्ट सेवा केंद्र के एक अधिकारी विकास मिश्र का लखनऊ से तब तबादला कर दिया गया था, जब एक हिंदू-मुस्लिम दंपति ने आरोप लगाया था कि पासपोर्ट आवेदन के साथ कार्यालय जाने पर उन्होंने उन्हें अपमानित किया। दंपति के अनुसार मिश्र ने पति को हिंदू धर्म स्वीकार करने को कहा और एक मुस्लिम से शादी करने के लिये महिला की खिंचाई की।
सोशल मीडिया के एक हिस्से ने सुषमा और उनके मंत्रालय के खिलाफ मिश्र पर कार्रवाई करने के लिये हमला किया। लोगों का कहना था कि मिश्र सिर्फ अपना काम कर रहे थे। एक ट्वीट में सुषमा स्वराज की किडनी की बीमारी पर अभद्र टिप्पणी की गई।
हालांकि, मंत्री ने इन अप्रिय बातों को बहादुरी से स्वीकार किया और उनमें से कुछ ट्वीट को रीट्वीट किया। हालांकि, इन ट्वीट्स में गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल किया गया था और ये सांप्रदायिक प्रकृति के थे। सुषमा ने अपने ट्वीट में कहा, 'मैं 17 से 23 जून 2018 के बीच भारत से बाहर थी। मैं नहीं जानती कि मेरी अनुपस्थिति में क्या हुआ। हालांकि, मुझे कुछ ट्वीट से 'सम्मानित' किया गया। मैं इसे आपके साथ साझा कर रही हूं। इसलिए मैंने उन्हें पसंद किया है।‘