हाल ही में कॉमनवेल्थ गेम में देश के लिए पदक जीतने वाली पहलवान दिव्या काकरान और केजरीवाल सरकार में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। एक तरफ जहां दिव्या ने केजरीवाल सरकार पर मदद नहीं करने का आरोप लगाया तो वहीं, अब आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार ने इसके पीछे दलील दी है कि वह 2017 से यूपी के लिए खेल रही हैं। वहीं, अब 'आप' नेता सौरभ भारद्वाज ने उन्हें जवाब भी दिया था। अब पार्टी के नेताओं ने दिव्या को लेकर बड़ा बयान दिया है।
आप नेताओं ने दिव्या का एक पुराना वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में दिव्या उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए वोट की अपील करती हुई दिख रही हैं। दिव्या इस वीडियो में कह रही हैं- भाजपा को वोट दीजिए क्योंकि हम सब जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारे लिए कितना काम किया है। चाहे वह स्पोर्ट्स हो या शिक्षा या स्वास्थ्य, हर जगह सुधार हुआ है।
इस वीडियो को आप नेता सौरभ भारद्वाज ने शेयर किया है। सौरभ पर पिछले दिनों भाजपा ने निशाना साधा था। दरअसल, सौरभ ने दिव्या के दिल्ली से खेलने को लेकर सवाल उठाए थे। सौरभ ने दिव्या के वोट वाले वीडियो को शेयर करते हुए लिखा- भाजपा का असली दर्द अब समझ आया। वहीं, आप पार्षद शालिनी सिंह ने वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा- भाजपा के लिए वोट मांगना और अरविंद केजरीवाल से नोट मांगना सही नहीं है। मेरे ख्याल से एथलीट्स को राजनीति से दूर रहना चाहिए।
भाजपा का असली दर्द अब समझ आया। https://t.co/xY3l2L8knv
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) August 12, 2022
दरअसल, यह पूरा मामला तब से शुरू हुआ जब दिव्या ने राष्ट्रमंडल खेलों में कुश्ती में कांस्य जीता था। दिव्या ने ट्वीट कर लिखा था- उन्हें दिल्ली सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिली थी। इसके बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कहा था कि दिव्या ने कभी उनसे मदद ही नहीं मांगी और वह दिल्ली से नहीं बल्कि 2017 से कुश्ती में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करती हैं। 2017 तक दिव्या दिल्ली से खेलती थीं और उन्हें तब सहायता राशि दी जाती थी। आम आदमी पार्टी ने इसको लेकर दस्तावेज भी दिखाए थे।
इसके बाद गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी ने आम आदमी पार्टी सरकार की यह कहकर आलोचना की है कि वह कथित रूप से राष्ट्रमंडल खेलों की पदक विजेता दिव्या काकरान को निशाना बनाकर महिलाओं और खिलाड़ियों को अपमानित कर रही है। भाजपा का कहना था कि दिव्या की जीत किसी राज्य की नहीं बल्कि देश की जीत है। इसके बाद आप ने भी सवाल उठाए कि क्या अब भाजपा शासित 17 राज्य राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले 61 एथलीट्स को सम्मानित करेगा?
गुरुवार को ही दिव्या ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा- वह एक गरीब परिवार से आती हैं। उन्हें अपने रेसलिंग करियर को आगे बढ़ाने के लिए जूझना पड़ा है। दिव्या ने बताया कि उन्हें ट्रेन में टॉयलेट के बगल में बैठकर यात्रा करनी पड़ती थी, क्योंकि उनके पास यात्रा के लिए पैसे नहीं थे। इसके बावजूद दिल्ली सरकार ने उनकी कोई आर्थिक सहायता नहीं की थी। दिव्या ने बताया कि 2018 में उन्होंने यूपी के लिए खेलना शुरू किया और उन्हें इसके लिए सम्मानित भी किया गया था। दिव्या ने कहा कि दिल्ली सरकार ने आर्थिक सहायता तो भूल जाएं, बल्कि किसी भी प्रकार की कोई सहायता नहीं की।