देश के नामी उद्योगपति रतन टाटा अगले महीने मुंबई में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ मंच साझा करेंगे। पिछले महीने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में आरएसएस के कार्यक्रम में भाग लिया था। मुखर्जी के इस कार्यक्रम में जाने पर काफी वाद-विवाद हुआ था।
आरएसएस से जुड़े एक कार्यकर्ता ने समाचार एजेंसी पीटीआइ को बताया कि टाटा और भागवत 24 अगस्त को मुंबई में नाना पालकर स्मृति समिति के कार्यक्रम में भाग लेंगे। यह एनजीओ आरएसएस के प्रचारक नाना पालकर के नाम पर चलाया जाता है। समिति का टाटा मेमोरियल अस्पताल के पास अपना परिसर है और यहां कैंसर के रोगियों की देखभाल की जाती है। आरएसएस कार्यकर्ता ने बताया कि टाटा यहां पहले भी आ चुके हैं और एनजीओ के काम से वाकिफ हैं।
टाटा ट्रस्ट के प्रवक्ता ने इस मामले में कोई टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि यह 81 वर्षीय रतन टाटा का निजी मामला हो सकता है। इससे पहले रतन टाटा 29 दिसंबर 2016 को अपने जन्मदिन के मौके पर अचानक आरएसएस के नागपुर स्थित मुख्यालय में पहुंचे थे। तब उनके प्रवक्ता ने इसे औपचारिक मुलाकात बताया था।
नाना पालकर स्मृति समिति के एक सचिव ने बताया कि हमने अपने संस्थापक पालकर की जन्म शताब्दी और संस्था की स्वर्ण जयंती पर होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रतन टाटा से संपर्क किया है। अभी उन्होंने न तो इस आमंत्रण को स्वीकार किया है और न ही अस्वीकार किया है। इसकी वजह से हम उनके आने के प्रति आशान्वित हैं।
एनजीओ के अधिकारी ने बताया कि मुख्य कार्यक्रम सेंट्रल मुंबई के माटुंगा स्थित यशवंत नाट्य मंदिर में होगा। उन्होंने बताया कि 160 साल पुराना टाटा ट्रस्ट नाना पालकर स्मृति समिति का समर्थक रहा है। इसने डायलिसिस मशीन और अन्य उपकरण खरीदने के लिए संस्था की वित्तीय मदद की थी।