गुजरात के राजकोट में मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक मामला सामने आया है, जहां एक बेटे ने अपनी ही बीमार मां को छत से फेंक दिया। जयश्रीबेन को ब्रेन हैमरेज था और वे चल-फिर नहीं पाती थीं। मां की देखभाल और इलाज से तंग आकर बेटे ने इस शर्मनाक हरकत को अंजाम दिया।
मामला राजकोट के गांधीग्राम के दर्शन एवेन्यू का है, जहां जयश्रीबेन विनोदभाई नाथवानी की बिल्डिंग की छत से गिरने से मौत हो गई। घटना दो माह पूर्व की है, तब पुलिस ने इसे आत्महत्या मानकर फाइल बंद कर दी थी। हालांकि, पिछले दिनों पुलिस को एक गुमनाम चिट्ठी मिली, जिसके बाद पुलिस ने इस केस की जांच दोबारा शुरू करते हुए, घर में लगे सीसीटीवी के फुटेज खंगाला। सीसीटीवी में आरोपी बेटा संदीप अपनी मां को लिफ्ट से छत की ओर ले जाता दिखा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी ने पूछताछ के दौरान पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। सख्ती से पूछे जाने के बाद सच्चाई सामने आ गई। राजकोट के डीसीपी करनराज वाघेला ने कहा कि संदीप पहले गोलमोल जवाब देकर गुमराह करने की कोशिश कर रहा था। उसने बताया कि वो मां को पूजा करने के लिए छत पर ले जा रहा था।
गुजरात राजकोट के डीसीपी जोन 2 ने बताया कि असिस्टेंड प्रोफेसर संदीप नथवानी ने अपनी मां को अर्पाटमेंट की छत पर ले जाकर धक्का दिया था ये सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है।
शुरुआत में नथवानी परिवार ने कहा कि जयश्री अपना संतुलन खोने के बाद छत से गिर गई क्योंकि उसको मस्तिष्क से संबंधित कुछ बीमारी थी। पुलिस ने नथवानी के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 (हत्या के लिए सजा) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
Sandeep Nathwani, an Asst Professor pushed his ailing mother from the terrace of his apartment building on 27 Dec in Rajkot. We have verified CCTV footage. We will arrest him once he is discharged from the hospital: DCP Zone 2, Rajkot #Gujarat pic.twitter.com/KI2WLM9iFz
— ANI (@ANI) January 5, 2018
पुलिस ने पूछा कि मां ने ढाई फुट ऊंची रेलिंग कैसे पार की, तो बेटे ने इस सवाल का कोई जवाब नहीं दिया, लेकिन जब पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने बात कुबूल कर ली। आरोपी ने कहा कि वो अपनी मां की बीमारी से परेशान था।
कैमरे में कैद वीडियो में जयश्रीबेन को आखिरी बार उनका बेटा संदीप छत पर ले जाता दिखा, जबकि वापसी में वह अकेला था। इससे पुलिस का शक गहराया और उन्होंने संदीप को हिरासत में लेकर पूछताछ की।