अंतरिक्ष यात्रा करने वाली भारतीय मूल की दूसरी महिला बनने वालीं है सिरीशा बांदला। बांदला भारत की ये दूसरी बेटी है जो 11 जुलाई को आकाश की ऊंचाइयों से भी आगे जाएगी। कल्पना चावला के बाद सिरीशा बांदला ये उपलब्धि हासिल करने वाली दूसरी महिला हैं।
आंध्र प्रदेश के गुंटुर जिले में जन्मीं और अमेरिका के ह्यूस्टन, टेक्सास में पली बढ़ीं बांदला कंपनी के अरबपति संस्थापक सर रिचर्ड ब्रानसन और पांच अन्य के साथ वर्जिन गैलेक्टिक स्पेसशिप से न्यू मैक्सिको से रवाना होंगी।
बांदला ने ट्वीट किया, ''मैं बेहतरीन क्रू #Unity22 का हिस्सा होने और एक ऐसी कंपनी का होने पर बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं, जिसका मिशन अंतरिक्ष सबके लिए उपलब्ध कराने का है।'' वर्जिन गैलेक्टिक पर बताए गए प्रोफाइल के मुताबिक, बांदला अंतरिक्ष यात्री नंबर 004 होंगी और फ्लाइट में उनकी भूमिका रिसर्चर एक्सपीरियंस की होगी।
6 जुलाई को वर्जिन गैलेक्टिक के ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में बांदला ने कहा, ''जब पहली बार मैंने सुना कि मुझे यह मौका मिला है, मैं निशब्द रह गई। अलग-अलग पृष्ठभूमि, भौगोलिक और अलग समुदायों के लोगों के साथ अंतरिक्ष में होना वाकई शानदार है।'' राकेश शर्मा भारत की तरफ से सबसे पहले अंतरिक्ष में गए थे। उसके बाद कल्पना चावला अंतरिक्ष में गए। साथ ही साथ भारत वंश की सुनीता विलियम्स इन्होंने भी अंतरिक्ष यात्रा की।