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अब टेक्सटाइल की दुनिया में उतरेगी पतंजलि, विदेशी वर्चस्व को करेगी खत्म

खाद्य पदार्थों और रोजमर्रा के सामानों के बाद योग गुरू बाबा रामदेव अब जल्द ही देश में टेक्सटाइल और...
अब टेक्सटाइल की दुनिया में उतरेगी पतंजलि, विदेशी वर्चस्व को करेगी खत्म

खाद्य पदार्थों और रोजमर्रा के सामानों के बाद योग गुरू बाबा रामदेव अब जल्द ही देश में टेक्सटाइल और परिधान के क्षेत्र में अपना हाथ आजमाने जा रहे हैं। रामदेव ने इसकी घोषणा करते हुए बुधवार को कहा कि पतंजलि शीघ्र ही टेक्सटाइल मार्केट में उतरेगी और टेक्सटाइल से संबंधित सभी तरह के कपड़े तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि पतंजली अंडरवियर से लेकर स्पोर्ट्सवेयर, योगवेयर के साथ ही एथेनिक से लेकर फैशन तक सभी प्रकार के परिधानों का निर्माण करेगी।

बालकृष्ण की संपत्ति सेवा के लिए, सुख-सुविधाओं के लिए नहीं

अलवर में पतंजलि द्वारा लगाई गई तेल मिल के उद्घाटन समारोह में रामदेव ने कहा कि पतंजलि केवल सही उत्पाद बाजार में पेश करती है। कपड़ों की दुनिया में हाथ आजमा कर उनका मकसद विदेशी वर्चस्व को तोड़ना है। एक मैग्ज़ीन के सर्वे में देश के टॉप-10 अमीरों की सूची में 25वें से 8वें नंबर पर पहुंचने वाले आचार्य बालकृष्ण को अमीर मानने पर बाबा रामदेव ने कहा कि बालकृष्ण की सारी संपत्ति सेवा के लिए है, सुख सुविधाओं के लिए नहीं।

बाबा रामदेव का लक्ष्य है कि भारत के लोगों को विदेशी उत्पादों से छुटकारा मिल जाए और वह 'स्वदेशी' (भारत में निर्मित) पतंजलि द्वारा निर्मित सामानों की ओर स्थानांतरित हो जाएं।

पहले साल में बिक्री के लिए 5 हजार करोड़ रुपये का टारगेट

इससे पहले रामदेव के प्रवक्ता एस के तिजारावाला ने कहा कि वो अपने स्वदेशी कपड़े की दुकानें जल्द खोलने जा रही है। इन स्टोर में बच्चों, महिलाओं और पुरुषों के लिए पूरी रेंज उपलब्ध होगी। कंपनी ने फिलहाल पहले साल में बिक्री के लिए 5 हजार करोड़ रुपये का टारगेट रखा है। प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी सबसे पहले हाथ से बुने कपड़ों के अलावा, मशीन से बने कपड़ों को भी बेचेगी, जिसमें डेनिम से बने कपड़े भी शामिल होगें।   

परिधान होगा नए स्टोर का नाम

तिजारावाला ने कहा कि उनके स्टोर का नाम परिधान होगा। शुरुआती चरण में 250 स्टोर खोले जाएंगे। इसके बाद इनका विस्तार किया जाएगा। पतंजलि के कपड़े बिग बाजार सहित देश के अन्य रिटेल आउटलेट्स जैसे कि खादी भवन से भी बेचे जाएंगे।

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