शूटर दादी के नाम से मशहूर चंद्रो तोमर का शुक्रवार को निधन हो गया। वह कोरोना से संक्रमित थीं। मेरठ के निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। हाल ही में इनके जीवन पर आधारित एक फिल्म भी आई थी, 'सांड की आंख'। शूटर दादी चंद्रो तोमर यूपी के बागपत में अपने परिवार के साथ रहती थीं।
चंद्रो तोमर 26 अप्रैल को कोरोना की चपेट में आईं थीं, जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उन्होंने 60 साल की उम्र में निशानेबाजी में अपने करियर की शुरुआत की थी और नेशनल लेवल पर कई प्रतियोगताएं जीती। इंटरनेशनल टूर्नामेंटों में भी चंद्रो तोमर ने जबरदस्त प्रदर्शन किया था। अपने जीवन में उन्होंने पुरुष प्रधान समाज में कई रुढ़ियों को भी समाप्त किया।
चंद्रो तोमर यूपी के बागपत जिले में गांव जोहड़ी की रहने वाली थी। विश्व में उनको सबसे उम्रदराज निशानेबाज माना जाता है। उन्होंने अपनी बहन (देवरानी) प्रकाशी तोमर के साथ कई प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था। शूटर दादी पर हाल ही में एक फिल्म बनाई गई थी "सांड की आंख"। दादी ने वरिष्ठ नागरिक वर्ग में भी कई पुरस्कार हासिल किए थे। इनमें एक स्त्री शक्ति सम्मान को स्वयं राष्ट्रपति ने भेंट किया था। सांस लेने में परेशानी होने के बाद उनको मंगलवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां हालात बिगड़ने के बाद उनको आईसीयू में शिफ्ट किया गया था। उनकी उम्र 89 साल थी।