आम आदमी पार्टी के पंजाब के अध्यक्ष और एकलौते सांसद भगवंत मान ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। भगवंत मान ने ट्विटर पर खुद इस्तीफे की जानकारी पोस्ट की है। माना जा रहा है कि केजरीवाल के विक्रम मजीठिया से माफी मांगे जाने से भगवंत मान खफा थे, जिसके कारण उन्होंने ये फैसला लिया।
मान ने ट्विटर पर लिखा कि में आप पंजाब के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं... लेकिन में ड्रग्स माफिया के खिलाफ और पंजाब में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ पंजाब का एक आम आदमी बनकर लड़ता रहूंगा।
ਮੈਂ ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਪੰਜਾਬ ਦੀ ਪ੍ਰਧਾਨਗੀ ਦੇ ਅਹੁਦੇ ਤੋਂ ਅਸਤੀਫ਼ਾ ਦੇ ਰਿਹਾ ਹਾਂ ..
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) March 16, 2018
I m resigning as a president of AAP Punjab ...but my fight against drug mafia and all kind of corruption in Punjab will continue as an “Aam Aadmi “ of Punjab
बता दें कि गुरुवार शाम को दिल्ली के मुख्यमंत्री ने एक मामले में अकाली दल के नेता बिक्रम मजीठिया से लिखित में माफी मांगी, जिसकी जानकारी मजीठिया ने प्रेस कॉन्फ्रेस दौरान दी। इस मामले पर आम आदमी पार्टी की पंजाब यूनिट में खासी नाराजगी है। पंजाब आप के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा कि केजरीवाल ने पार्टी से चर्चा किए बगैर यह कदम उठाया है।
कुमार विश्वास का केजरीवाल पर तंज
शुक्रवार सुबह कुमार विश्वास ने ट्वीट किया कि मैं लगातार अपने शो को कैंसिल कर अपने सभी केसों की सुनवाई में हिस्सा ले रहा हूं। ये केस 2013, 2014 और 2015 प्रचार के दौरान किए गए थे। मैंने इन केस में आम आदमी पार्टी की लीगल टीम का भी साथ नहीं लिया है। विश्वास ने लिखा अभी एक केस और भी बचा है, इस लड़ाई को मैं जारी रखूंगा और अपने पर्सनल वकीलों के द्वारा ही लड़ूंगा।
वहीं, इससे पहले पार्टी के नाराज नेता कुमार विश्वास ने भी इसे लेकर अरविंद केजरीवाल पर तंज कसा है। उन्होंने एक ट्वीट में लिखा, 'एकता बांटने में माहिर है, खुद की जड़ काटने में माहिर है, हम क्या उस शख्स पर थूकें जो खुद, थूक कर चाटने में माहिर हैं।' यहां पर स्पष्ट कहना होगा कि यह माना जा रहा है कि इशारा केजरीवाल की ओर है। उन्होंने कहीं भी उनका नाम नहीं लिया है।
अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी, जिसके नेताओं पर 20 से ज्यादा मानहानि के मामले दर्ज हैं, ने उन मामलों को निपटाने का फैसला किया है। केजरीवाल अपने ऊपर चल रहे सभी मानहानि के मामलों को खत्म करने के लिए सभी संबंधित नेताओं से बात करेंगे। अरुण जेटली, नितिन गडकरी समेत कई नेताओं ने केजरीवाल पर मानहानि के मुकदमे कर रखे हैं। दिल्ली सरकार के सूत्रों के मुताबिक सीएम केजरीवाल को रोजाना अदालत में घंटों बर्बाद करने पड़ रहे हैं जिससे उनका कामकाज प्रभावित हो रहा है इसलिए अब सभी मुकदमे खत्म करने के लिए कोशिश करेंगे।
केजरीवाल ने अकाली दल के नेता मजीठिया को लिखे 'माफीनामे' में लिखा है, 'अब मैं जान गया हूं कि सारे आरोप निराधार हैं, इसलिए मैं आपके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप और बयान वापस लेता हूं और उनके लिए माफी भी मांगता हूं।पिछले 7 महीनों में मानहानी के मामलों में केजरीवाल द्वारा दूसरी बार माफी मांगी गई है और आम आदमी पार्टी के सूत्रों ने बताया कि पार्टी अब अपने नेताओं के खिलाफ दायर मानहानि के मामलों को इसी तरीके से सुलझाने की कोशिश करेगी।
पिछले साल अगस्त में केजरीवाल ने हरियाणा के बीजेपी नेता अवतार सिंह भड़ाना से मानहानि का मामला खत्म करने को लेकर माफी मांगी थी। उन्होंने 2014 में भड़ाना को भ्रष्ट कहा था। दिल्ली के मुख्यमंत्री के खिलाफ वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अलग से मानहानि का दावा किया था क्योंकि केजरीवाल ने अरुण जेटली पर दिल्ली क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख के रूप में उनके 13 साल के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था।
कौन है विक्रमजीत सिंह मजीठिया?
पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर बादल की पत्नी के भाई यानी साले हैं। मजीठिया बादल सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में वो मजीठिया विधानसभा सीट से शिरोमणी अकाली दल के विधायक हैं। 2007 और 2012 में भी विधायक रह चुके हैं। सुखबीर बादल की पत्नी हरसिमरत कौर के भाई हैं।