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दिल्ली में बॉक्सिंग के खिलाड़ियों को नहीं मिल रहीं पर्याप्त सुविधाएं, सरकार का सहयोग और समर्थन जरूरी

दिल्ली एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट मौसम सहरावत ने बॉक्सिंग से जुड़े खिलाड़ियों की...
दिल्ली में बॉक्सिंग के खिलाड़ियों को नहीं मिल रहीं पर्याप्त सुविधाएं, सरकार का सहयोग और समर्थन जरूरी

दिल्ली एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट मौसम सहरावत ने बॉक्सिंग से जुड़े खिलाड़ियों की अनदेखी और उन्हें पर्याप्त सुविधाएं न मिल पाने पर रोष जताया है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को फंड के अभाव के साथ-साथ इन्फ्रास्ट्रक्चर की कमी से भी जूझना पड़ता है, जो कि दिल्ली की खेल प्रतिभाओं के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं।

मौसम सहरावत का कहना है कि दिल्ली में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है। थोड़े से प्रयासों से ही राजधानी में एक से बढ़कर एक बॉक्सर तैयार हो सकते हैं, लेकिन इसके लिए सरकार का सहयोग और समर्थन जरूरी है।  

उनका कहना है,"यह सच है कि एक बॉक्सर को फिलहाल क्रिकेटर जैसी सुविधाएं मिल पाना मुश्किल है, लेकिन केंद्र या राज्य सरकार की तरफ से कुछ सुविधाएं तो मुहैया कराई ही जा सकती हैं, जिससे उनका खेल करियर सहूलियतों के अभाव में समय से पहले ही खत्म न होने पाए।" सहरावत 2010 में दिल्ली एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन से जुड़े थे, तब से लगातार बॉक्सिंग के लिए काम करते आ रहे हैं। 2013 में दिल्ली एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट चुने गए मौसम सहरावत 2014 से 2017 तक दिल्ली राज्य बॉक्सिंग चैंपियनशिप के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते आ रहे हैं।

सहरावत ने बताया कि पहले नेशनल लेवल पर खेलने वाले युवाओं का पूरा खर्चा इंडियन एमेच्योर बॉक्सिंग फेडरेशन उठाया करती थी, लेकिन जबसे उसे भंग कर बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया बनाई गई है, तब से खिलाड़ियों को वैसी मदद नहीं मिल पा रही है। दिल्ली एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन हर वर्ष दिल्ली से 10 हजार बच्चों को बॉक्सिंग का अवसर देती है। उसमें से 90% बच्चे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से ताल्लुख रखते हैं। उनके लिए किट, ग्लब्स, ट्रांसपोर्टेशन का खर्चा भी काफी मायने रखता है। लिहाजा बिना आर्थिक मदद के उनके लिए खेल जारी रखना संभव नहीं हो पाता।

उन्होंने कहा कि दिल्ली में 10 के आसपास स्टेडियम हैं, जिनमें से केवल 2 में बॉक्सिंग प्रैक्टिस की सुविधा है। सरकार ज्यादा न सही, तो कम से कम सभी स्टेडियम एसोसिएशन के खिलाड़ियों के  लिए खोल दे और उसके खेल आयोजनों के लिए फंड की कुछ व्यवस्था करवा दे तो बॉक्सिंग में भी हर साल कई सितारे दिल्ली और देश का नाम रोशन कर सकते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार दिल्ली एमेच्योर बॉक्सिंग एसोसिएशन की एक प्रमुख समस्या है। एसोसिएशन में कुछ लोग ही सालों से पदों पर बैठे हैं।

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