स्टडी में यह पाया गया है कि ज्यादातर मामलों में शरीर की किसी कोशिका की भूल की वजह से कैंसर हो जाता है। स्टडी के अनुसार कैंसर के दो तिहाई मामले कोशिकाओं के भूलवश ही होते हैं। स्टडी का निष्कर्ष है कि यह भूल किसी अनुवांशिक या सिगरेट पीने सहित अन्य अस्वास्थ्य कर जीवनशैली की वजह से नहीं हुई। यह महज एक दुःसंयोग था।
शरीर में हमेशा कोशिकाओं का विभाजन होता रहता है। इस विभाजन से ही शरीर की वृद्धि होती है। इसी क्रम में किसी कोशिका से डीएनए संरचना की कॉपी करने में भूल हो सकती है। जिस किसी के भी शरीर में दुःसंयोग से ऐसी घटना हो जाती है, उसी को कैंसर हो जाता है। यही कारण है कि पूरी तरह सेहतमंद और स्वस्थ जीवन शैली का पालन करने वाले लोग भी कैंसर के मरीज हो जाते हैं।
इस स्टडी में भारत सहित 69 देशों के कैंसर आंकड़ों के विश्लेषण से यह निष्कर्ष निकला है। साइंस नामक प्रतिष्ठित जर्नल के 24 मार्च अंक में यह निष्कर्ष छपा है। शोधकर्ताओं ने 32 तरह के कैंसरों का विश्लेषण किया है। एक अनुमान के अनुसार 66 प्रतिशत कैंसर के मामले कोशिका की इसी गलती की वजह से हुई। कैंसर के केवल 29 प्रतिशत मामले हीं बुरी जीवन शैली के परिणाम निकले। 5 प्रतिशत कैंसर के कारण अनुवांशिक निकले।