सीबीआइ ने इंटरपोल से 13,000 करोड़ रुपये से अधिक के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का आग्रह किया है। हालांकि सीबीआइ ने यह भी कहा है कि नीरव मोदी का ठिकाना कहां है इस बात की पुष्ट जानकारी उसके पास नहीं है। जांच एजेंसी के हवाले से यह जानकारी तब सामने आई जब फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) अखबार ने भारतीय और बिट्रिश अधिकारियों के हवाले से यह दावा किया वह ब्रिटेन में है और वहीं शरण लेना चाहता है।
समाचार एजेंसी एएनआइ की सीबीआइ सूत्रों के हवाले से खबर के अनुसार जांच एजेंसी को जैसे ही उसके ठिकाने की जानकारी मिलेगी, आगे की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
नीरव मोदी के ब्रिटेन में होने और उसके वहां राजनीतिक शरण लेने की इच्छा की फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) अखबार छापी है। रिपोर्ट के मुताबिक, नीरव मोदी लंदन में है उसने 'राजनीतिक उत्पीड़न' का दावा किया है। विदेश मंत्रालय ने एफटी को बताया कि भारत सरकार की एजेंसियों ने प्रत्यर्पण के लिए अभी तक उनसे संपर्क नहीं किया है। इससे पहले भारत सरकार विजय माल्या को प्रत्यर्पित किए जाने की मांगी कर रही है। माल्या मार्च 2016 में भारत छोड़कर जाने के बाद ब्रिटेन में रहा है। माल्या की बचाव टीम ने दावा किया था कि उनकी कोई गलत मंशा नहीं है और भारत में उन पर निष्पक्ष तरीके से मुकदमा चलाने की संभावना नहीं है।
मई में एजेंसी ने नीरव मोदी और 23 अन्य के खिलाफ कोर्ट में 12000 पन्नों का आरोप पत्र दाखिल किया था। इनमें नीरव के अलावा उनके पिता दीपक मोदी, बहन पूर्वी मेहता, बहनोई मयंक मेहता, भाई नीशल मोदी और एक अन्य रिश्तेदार निहाल मोदी भी शामिल हैं। प्रत्यर्पण निदेशालय (ईडी) देश भर में नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के ठिकानों पर 251 छापे मार चुका है। इसमें लगभग 7,638 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी अटैच की गई।नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के खिलाफ लुकआउट/ब्लू कॉर्नर नोटिस के साथ गैरजमानती वारंट भी जारी हो चुके हैं। दोनों के पासपोर्ट रद्द कर दिए गए हैं।