सीबीआइ ने आज फिर 11,400 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले के आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उसके मामा मेहुल चोकसी को समन भेजा है। इस समन में उनसे कहा गया है कि वे जितनी जल्दी हो सके वे जांच में शामिल हों और दोनों यह साफ करें कि वे एजेंसी को जांच में सहयोग करेंगे।
सीबीआइ ने दोनों के अपना ठिकाना बताने के लिए कहा लेकिन दोनों ने अभी तक इसकी जानकारी नहीं दी है। एजेंसी के अनुसार सीबीआइ जांच से दूर रहने के उनके कारण पर विश्वास नहीं कर रही है।
Both #MehulChoksi and #NiravModi have been asked to disclose their locations but they haven’t disclosed yet. CBI is not believing the excuses being given by both of them: CBI
— ANI (@ANI) March 8, 2018
सीबीआइ 19, 23 और 28 फरवरी को तीन समन भेज चुकी है। इन्हें सात मार्च को पेश होने के लिए कहा गया था। मगर ये दोनों अभी तक जांच में शामिल नहीं हुए हैं।
इससे पहले गीतांजलि जेम्स के मालिक चोकसी ने अपने सात पेज के पत्र में कहा है कि उसके लिए भारत लौटना और जांच में शामिल होना संभव नहीं है। उसने इसका कारण अपना पासपोर्ट निलंबित होना और स्वास्थ्य का खराब होना बताया है। चोकसी के पत्र को उसके वकील ने जारी किया।
सीबीआइ को ईमेल से भेजे जवाब में चोकसी ने अभी उसका इलाज चल रहा है। उसने कहा कि 16 फरवरी को पासपोर्ट ऑफिस ने ईमेल कर पासपोर्ट निलंबित होने की जानकारी दी। इसका कारण मुझसे भारत को खतरा बताया गया। उसने कहा कि जब मैंने मुंबई के क्षेत्रीय पासपोर्ट ऑफिस से पूछा कि वह सुरक्षा के लिए कैसे खतरा है तो उसे इसका जवाब नहीं दिया गया।
इसी तरह नीरव मोदी ने भी कहा था कि वह भी अपनी व्यावसायिक गतिविधियों के कारण भारत नहीं आ सकता और जांच में शामिल नहीं हो सकता।