कोठागुडेम। मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा कि सिंगरेनी का 134 वर्ष पुराना इतिहास है। सिंगरेनी 100 प्रतिशत हमारी थी। लेकिन कांग्रेस के अयोग्य महारथियों ने केंद्र सरकार से कर्ज लिया और 40 साल तक नहीं चुकाया। इससे केंद्र को 49 फीसदी हिस्सेदारी मिल गयी, अन्यथा हमारी खदानें हमारे पास ही थी। ये निज़ाम की खदानें हैं। इससे नुकसान हुआ है, ऋण के कारण बंधा हुआ है।
वनमा वेंकटेश्वर राव के समर्थन में रविवार को आशीर्वाद जनसभा में केसीआर ने कहा कि सिंगरेनी की चाल बदल गई है। कांग्रेस प्रशासन के तहत सिंगरेनी हार जाती। तेलंगाना आते ही हमने तीन प्रतिशत तेलंगाना इंक्रीमेंट दिया। कांग्रेस शासनकाल में कंपनी का टर्नओवर महज ग्यारह हजार करोड़ रुपये था, अब हमने इसे 33 हजार करोड़ में तक लाया है। सिंगरेनी के मात्र 419 करोड़ रु के मुनाफे को अब 2184 करोड़ तक ले आए हैं। इस दशहरे पर हमने सिंगरेनी श्रमिकों को जो लाभ वितरित किया है वह 700 करोड़ रुपये है।
केसीआर ने कहा कि संपूर्ण तेलंगाना समाज बेहतर होगा। बीआरएस और केसीआर तेलंगाना समाज के लिए हैं, जीवन के सभी क्षेत्रों के लोग एक साथ आगे बढ़ेंगे। यदि सीतारमा परियोजना पूरी हो गई तो हमें सूखे का सामना नहीं करना पड़ेगा। कोठागुडेम स्वर्ण मुकुट बन जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना के अस्तित्व में आने से पहले 6400 नौकरियाँ दी गई। तेलंगाना स्थापना के साढ़े नौ साल बाद 19463 नई नौकरियाँ दी गई है। केसीआर ने कहा कि जब तेलंगाना आया तो क्या स्थिति थी, आप जानते हैं। बिजली पैदा करने वाले कोठागुडेम में बिजली कटौती होती थी, ताजा पानी नहीं था। यदाद्रि पावर प्लांट पूरा हुआ तो चार हजार मेगावाट बिजली क्षमता बढ़ेगी। कोट्टागुडेम में मेडिकल कॉलेज खुला है। किडनी फेल होने पर यहां डायलिसिस केंद्र स्थापित किये गए हैं।