बब्बर ने कहा, गठबंधन के लिए कोई पहल नहीं की गयी है। न तो हमारी ओर से और न ही किसी अन्य दल की ओर से। लेकिन कांग्रेस ने राज्य की जनता का भला करने वाली किसी भी संभावना के लिए अपने दरवाजे बंद नहीं किये हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि समाजवादी पार्टी के कल के रजत जयंती समारोह के लिए कांग्रेस को न्योता मिला या नहीं, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सपा नेताओं का विशेषाधिकार है कि वह किसे बुलाएंगे और किसे नहीं।
यह पूछने पर कि आमंत्रण मिलने पर क्या वह सपा के समारोह में शामिल होंगे, बब्बर ने कहा कि यदि न्योता मिला तो वह उसका स्वागत करेंगे और पार्टी नेतृत्व से पूछेंगे कि क्या किया जाना चाहिए? कांग्रेस में शामिल होने से पहले बब्बर सपा में ही थे। मुलायम सिंह यादव (सपा प्रमुख) के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने हमेशा मुलायम का सम्मान किया। उनकी वजह से मैं सक्रिय राजनीति में हूं और हमेशा उनके सामने झुकूंगा।
कांग्रेस के चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर की मुलायम के साथ मुलाकात के बारे में पूछने पर राज बब्बर ने कहा कि प्रशांतजी हमारी पार्टी के रणनीतिकार नहीं हैं बल्कि उन्हें पार्टी की विचारधारा को आगे बढाने के लिए लाया गया है। उन्हें इसलिए भी लाया गया है कि चुनाव में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर बेहतर और प्रभावशाली ढंग से जनता के बीच इस विचारधारा को पहुंचाया जाए। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के खून की दलाली वाले बयान तथा वन रैंक वन पेंशन मुददे पर पूर्व सैनिक की आत्महत्या के मुददे पर अपनाये गये रूख का समर्थन करते हुए बब्बर ने केन्द्रीय मंत्री वी. के. सिंह पर हमला बोला और कहा कि सिंह को इलाज की जरूरत है क्योंकि वह दिमागी संतुलन खो बैठे हैं।
जब पूछा गया कि क्या कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में 27 साल का वनवास इस बार खत्म होगा, बब्बर ने कहा कि उन्हें यकीन है कि राज्य की जनता विकास के लिए वोट देगी। भाजपा का हारना तय है। प्रियंका गांधी वाड्रा के बारे में सवाल हुआ तो बोले कि प्रियंका से आग्रह किया गया है और उन्होंने जल्द आने का वायदा किया है लेकिन वह प्रचार में कितना समय देंगी और हमारे साथ कितना समय रहेंगी, इस ब्यौरे की प्रतीक्षा है।
भाषा