तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने अपनी एक दिवसीय भूख हड़ताल खत्म कर दी है। अपने राज्य को विशेष दर्जा दिलाने की मांग को लेकर सोमवार को दिल्ली में एक दिन की भूख हड़ताल पर बैठे थे। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने भी आंध्र भवन पहुंचकर चंद्रबाबू नायडू को अपना समर्थन दिया।
सपा नेता मुलायम सिंह यादव, वरिष्ठ नेता शरद पवार, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डीएमके नेता टी. शिवा, टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, जयराम रमेश, शिवसेना नेता संजय राउत ने भी पहुंचकर नायडू को समर्थन दिया।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि आंध्र को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए। उन्होंने यहां भी राफेल का मुद्दा उठाया और कहा कि पीएम मोदी ने आंध्र की जनता का पैसा चुराकर अनिल अंबानी को दे दिया। उन्होंने कहा कि हम सब एक साथ खड़े हैं। सभी मिलकर नरेंद्र मोदी और भाजपा को हराएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जनता से किया गया वादा पूरा करें।
इससे पहले चंदबाबू नायडू ने कहा कि ये कैसे प्रधानमंत्री हैं जो आंध्र प्रदेश के लोगों से किए गए वादे को पूरा नहीं कर रहे हैं। क्या आंध्र प्रदेश इस देश का हिस्सा नहीं है जो यह किया गया वादा पूरा नहीं कर रहे हैं? मोदी की कोई विश्वसनीयता नहीं है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी दिनों में विपक्ष भाजपा को सही जगह दिखाएगा।
नायडू ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
मुख्यमंत्री नायडू ने कहा कि आज हम यहां केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध करने के लिए आए हैं। कल पीएम ने धरने से एक दिन पहले आंध्र प्रदेश के गुंटूर का दौरा किया। इसकी क्या जरूरत है, मैं पूछ रहा हूं। उन्होंने कहा कि पीएम ने मुझ पर निजी हमले करने में इतना समय लगाया कि आप अपने वादों को भूल गए। पीएम द्वारा मुझ पर किए गए व्यक्तिगत हमले अनुचित हैं। आप मेरे काम की आलोचना कर सकते हैं लेकिन आपको व्यक्तिगत हमले नहीं करने चाहिए। भूख हड़ताल शुरू करने से पहले नायडू ने राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
ममता ने दिया समर्थन
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि हमारी पार्टी प्रमुख ममता बनर्जी ने चंद्रबाबू की भूख हड़ताल को समर्थन दिया है। उन्होंने हमारी पार्टी के नेता डेरेक ओ’ ब्रायन से अनशन स्थल पर जाकर नायडू से मिलने और एकजुटता प्रदर्शित करने को कहा है। मोदी सरकार के खिलाफ लड़ाई में विपक्ष एक साथ खड़ा है।
सोमवार सुबह जब नायडू ने भूख हड़ताल शुरू की तो उससे पहले सवेरे एक व्यक्ति ने आंध्र भवन के बाहर आत्महत्या कर ली। यह व्यक्ति नायडू के राज्य आंध्र प्रदेश का ही रहने वाला बताया जा रहा है। शव के पास मिले सुसाइड नोट में लिखा है कि उनकी माली हालत काफी खराब है।
राज्य के बंटवारे के बाद आंध्र प्रदेश से किए गए अन्याय का विरोध करते हुए पिछले साल एनडीए से टीडीपी बाहर हो गई थी।