पत्रकार शुजात बुखारी हत्याकांड को लश्कर-ए-तैयबा ने अंजाम दिया था और इसकी साजिश पाकिस्तान में रची गई थी। हत्या में लिप्त लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी नवीद जट्ट पिछले दिनों श्रीनगर के अस्पताल से भाग निकला था। हमलावरों में सजाद गुल शुजात की हत्या का मास्टरमाइंड है। मूलरूप से कश्मीर का रहने वाले सजाद इस समय पाकिस्तान के रावलपिंडी में बसा हुआ है।
कश्मीर के पुलिस महानिदेशक एसपी पानी ने गुरूवार को हत्यारों की तस्वीरें जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तान से घटना को अंजाम देने के पर्याप्त सबूत हैं। तीन हत्यारों की पहचान की गई है जिसमेँ एक पाकिस्तानी है और दो दक्षिण कश्मीर के हैं। इनमें एक फरवरी में श्रीनगर के एसएमएचएस अस्पताल से पुलिस सुरक्षा से फरार होने वाला लश्कर का पाकिस्तानी आतंकी नवीद जट माना जा रहा है। अन्य दो आतंकियों में आजाद अहमद मलिक और मुजफ्फर अहमद भट्ट है।
पत्रकार शुजात को मारने का आदेश लश्कर के मुखिया हाफिज सईद की तरफ से आया था और गुल ने इस काम को स्थानीय आतंकियों को निजी तौर पर सौंपा था। बुखारी श्रीनगर से निकलने वाले अंग्रेजी अखबार राइजिंग कश्मीर के संपादक थे। उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा रमजान के मौके पर संघर्ष विराम को लागू करने का समर्थन किया था जिससे लश्कर और पाकिस्तान के कई आतंकी संगठन उनसे नाराज हो गए थे।
14 जून को श्रीनगर के लालचौक के पास स्थित प्रेस एन्क्लेव में वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी और उनके निजी सुरक्षाकर्मी पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी। इस घटना के बाद हमलावर मौके से फरार हो गए थे। घटना के बाद गृहमंत्री राजनाथ सिंह, तत्कालीन सीएम महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला समेत तमाम लोगों ने इसकी निंदा की थी। वहीं हत्याकांड के बाद राज्य में सत्ता की प्रमुख पार्टी पीडीपी को प्रदेश के बिगड़ते हालात का जिम्मेदार बताते हुए बीजेपी ने सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया था। इसके बाद जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू कर दिया गया था।