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अब ‘वंदे मातरम महाविद्यालय’ के नाम से जाना जाएगा डीयू का ये कॉलेज...

दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह कॉलेज की गवर्निंग बॉडी ने अपने ईवनिंग कॉलेज का नाम बदलकर ‘वंदे...
अब ‘वंदे मातरम महाविद्यालय’ के नाम से जाना जाएगा डीयू का ये कॉलेज...

दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह कॉलेज की गवर्निंग बॉडी ने अपने ईवनिंग कॉलेज का नाम बदलकर ‘वंदे मातरम महाविद्यालय’ रखने का फैसला किया है। इससे पहले एग्जिक्यूटिव काउंसिल ने नोटिफिकेशन में कहा था कि दयाल सिंह ईवनिंग कॉलेज को पूर्ण कॉलेज का दर्जा दिया गया है। इस मामले में शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी किया गया था।

गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन अमिताभ सिन्हा ने कहा हमने इसे एक नया और प्रेरणादायी नाम देने का फैसला किया, जिसे सर्वसम्मति से पारित कर दिया गया है। उन्होंन कहा,  हमने इसका नाम ‘वंदे मातरम महाविद्यालय’ रखने का फैसला किया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दयाल सिंह कॉलेज के प्रिंसपल ने इसका नाम बदले जाने पर कहा कि स्वंतत्रता संग्राम के दौरान इस नाम ने लाखों लोगों को प्रेरणा दी है, जिससे छात्रों को भी प्रेरणा मिलेगी। इस पर विवाद नहीं होना चाहिए, जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वो इसे ठीक से समझ नहीं पाए हैं। उन्होंने कहा, हम इस पर दोबारा विचार नहीं करेंगे, ये फाइनल हैं।

वहीं, कॉलेज का नाम बदलने पर एनएसयूआई इसका कड़ा विरोध कर रही है। एनएसयूआई ने कहा है कि गवर्निंग बॉडी ने एजुकेशन गवर्नेंस से छात्रों को भटकाने के लिए ईवनिंग कॉलेज का नाम बदला है। वो ऐसा करके पंजाब के पहले स्वतंत्रता सैनानी सरदार दयाल सिंह मजीठिया की विरासत का भी अपमान कर रहे हैं।

बता दें कि दयाल सिंह इवनिंग कॉलेज की स्थापना 1958 में हुई थी और यह डीयू का पहला इवनिंग कॉलेज है। कॉलेज की गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन और भाजपा नेता व वकील अमिताभ सिन्हा ने कहा कि कॉलेज का नाम भारत माता के सम्मान में रखा जा रहा है।



 

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