जेसिका लाल हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे मनु शर्मा की सजा पर होने वाली मीटिंग टल जाने से उसके बाहर निकलने की उम्मीदें फिलहाल धूमिल हो गई हैं। सजा पर समीक्षा करने वाले बोर्ड के एक सदस्य ने बताया कि इसके लिए दिल्ली के गृहमंत्री सतेन्द्र जैन की मंजूरी नहीं मिली है।
दिल्ली सरकार के प्रवक्ता ने दावा किया कि ऐसी कोई बैठक आज के लिए तय नहीं हुई थी क्योंकि गृहमंत्री ने पहले से ही सहमति नहीं दी थी। सजा समीक्षा बोर्ड राज्य के अधीन होती है जिसमें जज, दिल्ली के गृह मंत्री, विधि सचिव और गृह सचिव तथ्ाा अन्य सदस्य होते हैं।
बोर्ड को मनु शर्मा को छोड़ने के लिए बैठक करनी थी। पिछले महीने जेसिका लाल की बहन सबरीना लाल ने तिहाड़ अधिकारियों को एक पत्र लिख कर कहा था कि उन्हें मनु शर्मा के रिहा होने पर कोई आपत्ति नहीं है।
सरकारी सूत्रों का कहना है कि किसी निजी व्यक्ति द्वारा मुजरिम के लिए रिहाई का पत्र लिखना कानूनी रूप से पर्याप्त नहीं है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा का बेटा मनु शर्मा दिसंबर 2006 में जेसिका लाल हत्या मामले में दिल्ली हाइकोर्ट द्वारा दी गई उम्र कैद की सजा काट रहा है। जेसिका की हत्या दिल्ली के महरौली इलाके में स्थित टेमरिंड रेस्टोरेंट में 1999 में हुई थी। इसे सोशलाइट बीना रमानी चलाती थीं। जेसिका ने शर्मा को रेस्टोरेंट बंद होने का हवाला देते हुए शराब परोसने से मना कर दिया था। इसी से नाराज होकर मनु शर्मा ने जेसिका को गोली मार दी थी।