दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हिंसा में आगजनी से जिनके घर जले उस परिवार को 25 हजार रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने शुक्रवार को कहा कि दंगों में प्रभावित पीड़ितों के रहने के लिए 9 शेल्टर होम बनाया गया है। इसके अलावा इन लोगों के लिए भोजन की भी व्यवस्था की गई है। दंगा से प्रभावित क्षेत्रों की सुरक्षा को लेकर सीएम केजरीवाल ने कहा कि इन इलाकों के लिए 18 मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है जबकि रात्रि के लिए 4 मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं।
बता दें, इस हिंसा में अब तक 42 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 200 से अधिक लोग घायल है। मंगलवार को भड़की हिंसा ने खासतौर पर जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, यमुना विहार, भजनपुरा, चांद बाग और शिव विहार इलाके को अपनी चपेट में ले लिया। उन्मादी भीड़ ने घरों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पंप को आग लगा दी। स्थानीय लोगों और पुलिस कर्मियों पर पथराव हुआ।
उपराज्यपाल ने किया दौरा
इससे पहले दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया। उन्होंने मौजपुर में कुछ स्थानीय लोगों से मुलाकात करते हुए कहा कि हम यहां की जमीनी परिस्थिति को समझने आए है। इससे पहले गुरुवार को उन्होंने विशेष पुलिस आयुक्त, अतिरिक्त मुख्य सचिव और दिल्ली सरकार के साथ मौजूदा हालात पर बैठक की थी। उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिए थे कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा बलों की पर्याप्त तैनाती सुनिश्चित की जाए। इससे पहले दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त एसएन श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस हिंसा से जुड़े सभी मामलों में हर व्यक्ति को न्याय दिलाने की कोशिश कर रही है।
ताहिर हुसैन पर हिंसा फैलाने का आरोप
वहीं, दिल्ली हिंसा में मारे गए आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की मौत का आरोप आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन पर लग रहा है। उनके खिलाफ गुरुवार को पुलिस ने धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। इसके साथ ही आप ने अपने पार्टी से हुसैन को निष्कासित कर दिया है। पार्षद ताहिर हुसैन पर हिंसा फैलाने का आरोप है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।