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दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन को दिखाई हरी झंडी, नोएडा-गुरुग्राम के सफर की दूरी 30 मिनट घटी

जनकपुरी पश्चिम और कालकाजी मंदिर के बीच की 24.82 किलोमीटर लंबी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) की मजेंटा...
दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन को दिखाई हरी झंडी, नोएडा-गुरुग्राम के सफर की दूरी 30 मिनट घटी

जनकपुरी पश्चिम और कालकाजी मंदिर के बीच की 24.82 किलोमीटर लंबी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) की मजेंटा लाइन का उद्घाटन सोमवार को दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल व केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने नेहरू एन्क्लेव मेट्रो स्टेशन पर किया। इसके साथ ही हवाई अड्डे का घरेलू टर्मिनल मेट्रो नेटवर्क के दायरे में आ गया। 

मेट्रो अधिकारियों ने बताया कि इस लाइन के शुरू हो जाने से नोएडा और गुड़गांव के बीच की यात्रा की अवधि में कम से कम 30 मिनट की कमी आएगी।इसके बाद दिल्ली मेट्रो नेटवर्क की कुल लंबाई 277 किलोमीटर हो जाएगी। 

24.82 किमी दूरी,16 स्टेशन

नया हौज खास स्टेशन पूरे नेटवर्क में सबसे गहरा मेट्रो स्टेशन है और 29 मीटर के साथ इसकी सुरंग पुराने स्टेशन के नीचे है। इस खंड पर हौज खास और जनकपुरी पश्चिम तथा कालका मंदिर स्टेशनों पर इंटरचेंज सुविधाएं होंगी। इस खंड में 16 स्टेशन हैं, जिनमें 14 भूमिगत हैं। कालकाजी और जनकपुरी वेस्ट से मंगलवार सुबह छह बजे एक साथ यात्री सेवाएं शुरू होंगी।

फेज थ्री का सबसे लंबा स्ट्रेच

डीएमआरसी के तीसरे चरण के प्रोजेक्ट में यह अब तक का सबसे लंबा स्ट्रेच है। इसके साथ ही इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का टर्मिनल-1 भी मेट्रो से जुड़ जाएगा। इससे पहले 25 दिसंबर 2017 को पीएम मोदी ने 12.64 किमी लंबे बॉटनिकल गार्डन-कालकाजी मंदिर कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। इससे नोएडा और दक्षिणी दिल्ली के इलाकों के बीच यात्रा की मियाद 30 मिनट कम हो गई।

50 मिनट में गुरुग्राम से नोएडा

डीएमआरसी अधिकारियों के मुताबिक मजेंटा लाइन शुरू होने से हुडा सिटी सेंटर (येलो लाइन गुड़गांव की तरफ) से बॉटैनिकल गार्डन (नोएडा में ब्लू लाइन पर) पहुंचने में तकरीबन 50 मिनट का वक्त लगेगा। अभी तक राजीव चौक से इंटरचेंज करने के बाद गुड़गांव से नोएडा पहुंचने में करीब डेढ़ घंटे लगते हैं।

पूरी तरह से चालू होने के बाद मजेंटा लाइन पर 24 ट्रेनें चलाई जाएंगी। बाद में इसे 26 ट्रेनों के फेरे तक बढ़ाया जाएगा। डीएमआरसी इस लाइन का नॉलेज कॉरिडोर के रूप में प्रचार-प्रसार कर रहा है। जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू), आईआईटी के अलावा जामिया मिलिया इस्लामिया और नोएडा की ऐमिटी यूनिवर्सिटी इस नए कॉरिडोर के खुलने से मेट्रो नेवर्क पर एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे।

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