देश की राजधानी में बारिश के कारण पैदा हुई समस्याएं अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। केंद्रीय जल आयोग ने मंगलवार को कहा कि यमुना नदी का जलस्तर 206.24 मीटर तक पहुंच गया है, जो कि 205.33 मीटर के खतरे के निशान से ऊपर है। अधिकारियों ने आगे बताया कि उच्च बाढ़ स्तर -207.49 मीटर है।
उत्तर रेलवे ने कहा कि दिल्ली में पुराने यमुना पुल पर रेल यातायात आज सुबह छह बजे से 11 जुलाई तक अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। इस बीच, लगातार बारिश के कारण उत्तराखंड के देहरादून के विकासनगर में भी यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी देखी गई। इससे पहले, सोमवार रात 11 बजे ओल्ड रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 206.04 मिमी दर्ज किया गया था।
बाढ़ नियंत्रण विभाग ने कहा, "सोमवार की शाम पांच बजे, घंटों तक चेतावनी के स्तर से ऊपर बहने के बाद, दिल्ली में यमुना नदी के जलस्तर ने 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर दिया।" बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी सहित उत्तर पश्चिम भारत में बारिश के बीच हरियाणा द्वारा हथिनीकुंड बैराज से नदी में अधिक पानी छोड़े जाने से यमुना में जल स्तर लगातार बढ़ रहा है।
बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, सोमवार को दोपहर तीन बजे हथिनीकुंड बैराज से 2,15,677 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। सोमवार की दोपहर को शहर में एक बार पुनः बारिश ने दस्तक दी। शनिवार और रविवार के बाद सोमवार को बारिश की वजह से कई स्थानों पर जलभराव की स्थिति उत्पन्न हुई। इससे पहले सोमवार को, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि सरकार अलर्ट मोड पर है और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तैयार है।
उन्होंने एएनआई से कहा, "दिल्ली सरकार पूरी तरह अलर्ट पर है। जैसे ही पानी 206 मीटर से ऊपर जाएगा, हम किनारे पर रहने वाले लोगों को स्थानांतरित करना शुरू कर देंगे। उन्हें सुरक्षित राहत शिविर तक पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी। पहले हमें लग रहा था कि 11 जुलाई को जलस्तर 205 मीटर पार कर जाएगा, लेकिन आज ही 205 मीटर पार हो गया क्योंकि हरियाणा से ज्यादा पानी छोड़ा जा रहा है।"
इससे पहले, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी और इससे सटे इलाकों में दो दिनों की भारी बारिश के बाद यमुना के जल स्तर में वृद्धि के कारण शहर में बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। भारी बारिश और जलभराव के कारण, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) ने भी भूतल पर रहने वाले वरिष्ठ नौकरशाहों को एहतियात के तौर पर सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है।