पुरी जगन्नाथ मंदिर के कम से कम नौ सेवक मंगलवार को उस समय घायल हो गए, जब भगवान बलभद्र की मूर्ति रथ यात्रा उत्सव के दौरान मंदिर में ले जाते समय उन पर गिर गई। पुरी कलेक्टर सिद्धार्थ शंकर स्वैन ने कहा कि नौ में से पांच को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि चार अन्य को मामूली चोटें आई हैं।
यह दुर्घटना उस समय हुई, जब भगवान बलभद्र की भारी लकड़ी की मूर्ति को गुंडिचा मंदिर ले जाने के लिए उनके रथ से उतारा जा रहा था। इसे 'पहंडी' अनुष्ठान के रूप में जाना जाता है। ऐसा प्रतीत होता है कि मूर्ति को ले जा रहे लोगों ने उस पर नियंत्रण खो दिया।
मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने घटना पर चिंता व्यक्त की और कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन को तुरंत पुरी का दौरा करने और उचित कदम उठाने का निर्देश दिया। पुरी जगन्नाथ मंदिर राज्य सरकार के कानून विभाग के अधीन है।
मुख्यमंत्री ने घायल सेवकों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। दुर्घटना के तुरंत बाद भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र की पूजा-अर्चना फिर से शुरू हो गई और सभी मूर्तियों को गुंडिचा मंदिर के अंदर ले जाया गया। वे 15 जुलाई को 'बहुदा जात्रा' या वापसी कार उत्सव तक गुंडिचा मंदिर में ही रहेंगी।