चुनाव आयोग ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसी राव को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में नोटिस भेजा है। आयोग ने राव से 12 अप्रैल तक मामले में अपना जवाब देने को कहा है। राव पर 17 मार्च की करीमनगर रैली में सांप्रदायिक बयान देने का आरोप है।
तेलंगाना के विश्व हिंदू परिषद के प्रमुख एम रामा राजू ने आयोग के समक्ष की गयी अपनी शिकायत में दावा किया कि राव ने 17 मार्च को करीमनगर में एक जनसभा में चुनावी फायदे के लिये सांप्रदायिक बयान दिया था। आयोग ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर राव के बयान को प्रथम दृष्टया चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुये उनसे जवाब तलब किया है।
कई नेताओँ को दिया जा चुका है नोटिस
मौजूदा लोकसभा चुनाव में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर चुनाव आयोग अब तक कई नेताओं को नोटिस भेज चुका है। अब आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में सीएम राव को नोटिस जारी किया गया है।
इससे पहले उत्तरप्रदेश की समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और रामपुर लोकसभा सीट से उम्मीदवार आजम खां के खिलाफ अब तक पांच बार आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लग चुका है। वहीं, उत्तरप्रदेश से भाजपा प्रत्याशी और सांसद साक्षी महाराज पर भी आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप लगे। साक्षी महाराज पर नामांकन जुलूस में अनुमति से कहीं अधिक वाहनों को शामिल करने के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट दर्ज की गई।
चुनाव आयोग समय-समय पर करता रहा है आगाह
समय-समय पर निर्वाचन आयोग आचार संहिता को लेकर सख्ती दिखाता रहा है और इसे पालन करने के भी निर्देश कई बार दिए जा चुके है, लेकिन हर चुनाव की तरह इस बार भी नेताओं ने जमकर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया है। आयोग ने कहा कि सभी राजनीतिक दल और उनके उम्मीदवारों को कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए जो विभिन्न जातियों और धार्मिक या भाषाई समुदायों के बीच मतभेद को बढ़ाए या घृणा की भावना पैदा करे।