प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की एक टीम संदेसारा घोटाला मामले में शनिवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के घर पहुंची और उनसे पूछताछ की। अहमद पटेल ने जांच एजेंसी को कहा था कि उनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है इसलिए वो पूछताछ के लिए ईडी के ऑफिस नहीं जा सकते हैं। इसके बाद अहमद पटेल ने कहा कि मोदी और अमित शाह जी के मेहमान आज घर आए थे. उन्होंने मुझसे सवाल पूछे, मैंने उनको जवाब दिया और वो चले गए।
ईडी के अधिकारियों के मुताबिक तीन सदस्यों की एक टीम 23 मदर टेरेसा क्रीसेंट स्थित अहमद पटेल के घर पहुंची। टीम के सदस्यों को कोरोनावायरस के चलते एहतियात के तौर पर मास्क और दस्ताने पहने देखा गया। टीम प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट (पीएमएलए) के तहत उनका बयान रिकॉर्ड करेंगी। इससे पहले ईडी ने दो बार पटेल को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उनका कहना था कि वह सीनियर सिटीजन हैं और कोविड-19 गाइडलाइन के कारण पूछताछ के लिए नहीं आ सकते हैं। इसके बाद एजेंसी ने अपनी एक टीम को पूछताछ के लिए उनके घर भेजा।
संदेसारा भाइयों पर है बैंकों को करोड़ों का चूना लगाने का आरोप
ईडी का दावा है कि संदेसरा भाइयों ने भारतीय बैंकों को नीरव मोदी के मुकाबले कहीं ज्यादा चूना लगाया है। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि जांच में स्टर्लिंग बायोटेक लि. (एसबीएल)/संदेसरा ग्रुप और इसके मुख्य प्रमोटरों, नितिन संदेसरा, चेतन संदेसरा और दीप्ति संदेसरा ने भारतीय बैंकों के साथ लगभग 14,500 करोड़ रुपये का फर्जीवाड़ा किया जबकि नीरव मोदी पर पंजाब नैशनल बैंक को 11,400 करोड़ रुपये का झटका देने का आरोप है।
सीबीआई के बाद ईडी ने दायर किया था मुकदमा
सीबीआई ने 5,383 करोड़ रुपये के बैंक फ्रॉड के आरोप में कंपनी और उसके प्रमोटरों के खिलाफ अक्टूबर 2017 में एफआईआर रजिस्टर किया था। उसके बाद ईडी ने भी मुकदमा दायर किया। सूत्रों के मुताबिक, जांच के दौरान पता चला कि संदेसरा ग्रुप के विदेशों में स्थित कंपनियों ने भारतीय बैंकों की विदेशी शाखाओं से 9 हजार करोड़ रुपये लोन लिया था।