दक्षिणी जिला के डीसीपी ईश्वर सिंह ने बताया कि पहले इस मामले की जांच की जाएगी, अगर आवश्यकता हुई तो आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी अथवा बिना गिरफ्तार किए भी पुलिस उनका चालान कर सकती है। उन्होंने कहा कि कुलपति के साथ बदतमीजी करने पर जेएनयू प्रशासन की तरफ से चार दिन पहले पुलिस को शिकायत मिली थी। कानूनी राय लेने के बाद गुरुवार को मुकदमा दर्ज किया गया।
गौरतलब है कि चार दिन पहले कुलपति से नहीं मिलने देने पर पीएचडी द्वितीय वर्ष की छात्रा अनुभूति बारा ने जमकर हंगामा किया था। वर्ष 2011-12 में वह जेएनयू छात्रसंघ की उपाध्यक्ष रह चुकी है। पुलिस ने प्रदर्शनकारी छात्र-छात्राओं के साथ कुलपति की बैठक कराई थी, लेकिन बैठक खत्म होने के बाद जब कुलपति कमरे से बाहर निकल रहे थे तब सौम्या गुप्ता ने उनका हाथ पकड़ लिया था।
डीसीपी ने कहा कि जिन छात्र-छात्राओं को नामजद किया गया है उनमें सीपीआइ (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी) नेता डी. राजा की बेटी अपराजिता राजा, मुलायम सिंह, दिलीप यादव, सौम्या गुप्ता, वीरेंद्र, अनुभूति, प्रवीण, रिया राय शामिल हैं। ये सभी छात्र-छात्राएं भगत सिंह अंबेडकर फूले स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन, ओबीसी फोरम, बासू आदि संगठनों से जुड़े हैं। इन्हें पूछताछ में शामिल होने के लिए जल्द नोटिस भेजा जाएगा।