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राहुल गांधी पर विदेश मंत्री जयशंकर का पलटवार, कहा- गलवान में निहत्थे नहीं थे हमारे सैनिक

पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के सामने भारतीय सैनिकों को निहत्थे भेजे जाने को लेकर कांग्रेस सांसद...
राहुल गांधी पर विदेश मंत्री जयशंकर का पलटवार, कहा- गलवान में निहत्थे नहीं थे हमारे सैनिक

पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के सामने भारतीय सैनिकों को निहत्थे भेजे जाने को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के सवाल पर विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि सैनिक पोस्ट छोड़ते ही हथियारों से लैस हो जाते हैं। गलवान घाटी में भी एक भी भारतीय सैनिक निहत्था नहीं था। हर सैनिक के पास हथियार थे, लेकिन समझौतों के मुताबिक वहां हथियारों का इस्तेमाल नहीं किया जाना था और न ही किया गया।

कांग्रेस नेता ने आज एक वीडियो जारी कर सवाल किया था कि लद्दाख में हमारे वीरों को निहत्था खतरे में भेजने के लिए कौन जिम्मेदार है? हालांकि राहुल गांधी के इस सवाल पर भाजपा ने पलटवार करते हुए पूरी कांग्रेस पार्टी को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है। भाजपा का कहना है कि इस समय राहुल गांधी को देश को गुमराह करने की राजनीति से बाज आना चाहिए।

राजनाथ सिंह पर भी बोला था हमला

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पर भी हमला बोला था। राजनाथ सिंह ने सैनिकों की जान जाने पर संवेदना व्यक्त करते हुए एक ट्वीट किया था, जिसे री-ट्वीट करते हुए राहुल गांधी ने उनसे पांच सवाल पूछे थे. राहुल ने लिखा था, 'अगर आपको इतना दर्द महसूस हो रहा है तो बताइए कि क्यों आपने ट्वीट में चीन का नाम न लेकर भारतीय सेना को अपमानित किया?  क्यों दो दिन बाद सांत्वना व्यक्त कर रहे हैं? क्यों रैली को संबोधित कर रहे थे, जब एक ओर जवान शहीद हो रहे थे? क्यों छिपे हुए हैं और मीडिया के जरिए भारतीय सेना को इस घटना के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं? क्यों मीडिया के जरिए सरकार की जगह सेना को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है?'

20 भारतीय जवानों को गंवानी पड़ी थी जान

पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिकों को जान गंवानी पड़ी, जबकि चार से पांच सैनिक गंभीर रूप से घायल हुए हैं. यह हिंसक झड़प सोमवार शाम उस समय शुरू हुई जब भारतीय सैनिक सीमा पर भारत की तरफ चीनी सैनिकों द्वारा लगाए गए टेंट को हटाने गए थे. चीन ने 6 जून को दोनों पक्षों के लेफ्टिनेंट जनरल-रैंक के अधिकारियों के बीच बातचीत के बाद इस टेंट को हटाने पर सहमति जताई थी।

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