Advertisement

यूक्रेन संकट पर विदेश मंत्रालय ने बताया- अब तक सुरक्षित लौटे 18 हजार भारतीय, 24 घंटों में 18 और फ्लाइट्स शेड्यूल

रूसी हमलों के बाद यू्क्रेन के कई शहर खाली किए जा रहे हैं। कई भारतीय छात्र और अन्य लोग अब भी यूक्रेन के...
यूक्रेन संकट पर विदेश मंत्रालय ने बताया- अब तक सुरक्षित लौटे 18 हजार भारतीय, 24 घंटों में 18 और फ्लाइट्स शेड्यूल

रूसी हमलों के बाद यू्क्रेन के कई शहर खाली किए जा रहे हैं। कई भारतीय छात्र और अन्य लोग अब भी यूक्रेन के अलग-अलग हिस्सों में फंसे हैं और सरकार की मदद का इंतजार कर रहे हैं। इसे लेकर  गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि पहली एडवाइजरी जारी होने के बाद से अब तक 18 हजार भारतीय सुरक्षित यूक्रेन से भारत लौटे हैं। ऑपरेशन गंगा की रफ्तार लगातार बढ़ती जा रही है। 

प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि एक दिन में 15 फ्लाइट के जरिए 3 हजार भारतीयों को वापस लाया गया है। पिछले 24 घंटे में 30 फ्लाइट्स से 6400 भारतीयों को वापस लाया गया है। उन्होंने संकट के दौरान मदद के लिए यूक्रेन और उसके पड़ोसी देशों को धन्यवाद दिया है।

प्रवक्ता ने भारतीयों की वापसी को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि ऑपरेशन गंगा के तहत 30 उड़ानें अब तक यूक्रेन से भारतीयों को लेकर भारत पहुंचीं हैं। अगले 24 घंटों में 18 और फ्लाइट शेड्यूल हैं जिससे अगले 2-3 दिनों में बड़ी संख्या में भारतीय वापस लौट आएंगे। इनमें 3 फ्लाइट भारतीय वायुसेना की सी-17 हैं। बाकी एयर इंडिया, ईंडिगो, स्पाइस जेट, गो एयर और गो फर्स्ट की कमर्शिलय फ्लाइट्स हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि दुर्भाग्य से यूक्रेन में हिंसा के ताजा मामले सामने आए हैं। भारत सरकार लगातार यूक्रेन और रूसी अधिकारियों के संपर्क में है। खासतौर पर यूक्रेन और रूस के साथ कई स्तरों पर चर्चा चल रही है। हमारा सिर्फ एक ही इरादा है कि जल्द से जल्द सभी भारतीयों को बाहर निकाला जाए। उन्होंने कहा कि हमें पता है कि यूक्रेन में अभी भी हजारों भारतीय हैं। एडवाइजरी जारी होने के बाद भी कुछ इंडियंस खारकीव में भी हैं जो लोग खारकीव नहीं नहीं छोड़ पाए हैं, उनसे अपील की जाती है कि वे ट्रेन से खारकीव से निकलें।

कुछ लोगों को बंधक बनाए जाने की खबरें भी सामने आई थीं, जिस पर प्रवक्ता ने कहा कि, हमारे पास वहां पर बंधक बनाकर रखने की कोई भी जानकारी नहीं है, विदेश सचिव ने यूक्रेन के डिप्टी विदेश सचिव से बात की है। भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए हमें जो रूट सुविधाजनक लगेगा हम वहां से उन्हें निकालेंगे। यूक्रेन से बाहर निकलने के बाद ज्यादा परेशानी नहीं है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad