पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, "आज सरकार मंदी को स्वीकार नहीं करना चाहती है। यह हमारे देश के लिए अच्छा संकेत नहीं है।"
योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया की पुस्तक "बैकस्टेज" के लोकार्पण के मौके पर संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि इसमें यूपीए सरकार के अच्छे बिंदुओं के साथ ही उसकी कमजोरियों के बारे में भी लिखा है।
समस्याओं की पहचान जरूरी
पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, "मुझे लगता है कि इन मुद्दों पर बहस होगी और इस पर चर्चा होनी चाहिए क्योंकि आज ऐसी सरकार है जो मंदी जैसे किसी शब्द को स्वीकार नहीं करती है। मुझे लगता है कि यह हमारे देश के लिए अच्छा नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप उन समस्याओं की पहचान नहीं करते जिनका सामना आप कर रहे हैं, तो आप विश्वसनीय जवाब नहीं ढूंढ पाएंगे और यही असली खतरा है।"
1990 के दशक में निभाई अहम भूमिका
उन्होंने कहा कि यह पुस्तक देश के विकास के लिए बहुत मददगार होगी। इसके अलावा पूर्व पीएम सिंह ने 1990 के दशक में अर्थव्यवस्था के उदारीकरण में उन्हें समर्थन देने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम और अहलूवालिया द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की और वह विभिन्न तबकों के प्रतिरोध के बावजूद सुधारों को पूरा करने में सफल हो सके।