देश में सौ करोड़ टीकाकरण और कोरोना के घटते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विदेश दौरों का सिलसिला एक बार फिर शुरु हो गया है। अब अक्टूबर के आखिर और नवंबर के शुरुआत में प्रधानमंत्री इटली और ब्रिटेन दौरे पर नजर आएंगे। प्रधानमंत्री मोदी इटली का दौरा जी-20 समिट के लिए होगा।
मोदी को जी-20 शिखर बैठक और जलवायु परिवर्तन पर ब्रिटेन के ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर होने वाली उच्चस्तरीय बैठक में शरीक होना है। पीएम शिखर बैठक के लिए 29 अक्टूबर को इटली के रोम पहुंचेंगे। वहीं 31 अक्टूबर की शाम को पीएम के ब्रिटेन के ग्लासगो शहर में कोप 26 क्लाइमेट चेंज समिट के लिए जाएंगे। फिर एक नवंबर को फिर वह नई दिल्ली के लिए वापस रवाना हो जाएंगे।
रोम में होने वाली अहम आर्थिक चिंतन बैठक यानि जी 20 के मंच पर प्रधानमंत्री मोदी और ओरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन फिर साथ नजर आएंगे। पिछले महीने वाशिंगटन में हुई क्वाड नेताओं की पहली रुबरु शिखर बैठक के एक महीने बाद भारत, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के नेता साथ दिखाई देंगे। जापान के नए प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा 31 अक्टूबर को हो रहे चुनावों के कारण शरीक नहीं होंगे।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भी इटली यात्रा की बजाए बीजिंग से ही वीडियो लिंक के जरिए शामिल होंगे। चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग जनवरी 2020 के बाद से देश के बाहर ही नहीं निकले हैं।
इटली की शिखर बैठक का विषय पीपल, प्लेनेट और प्रोस्पेरिटी रखा गया है। शिखर सम्मेलन के एजेंडा में कोरोना महामारी के झटकों से उबरने में जुटी वैश्विक अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के प्रभावी उपाय खोजना शामिल है। वैश्विक सप्लाई चेन को अधिक भरोसेमंद बनाने और भविष्य की महामारियों और जलवायु परिवर्तन के खतरों के खिलाफ बेहतर तैयारी की योजनाओं को मजबूत बनाना भी शामिल होगा।