उम्र कैद की सजा पाए आसाराम का एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रहा है। इस क्लिप में वह एक व्यक्ति से फोन पर बात करने के दौरान कहता है कि उसका जेल में रहना क्षणिक है और ‘अच्छे दिन आएंगे’।
जोधपुर सेंट्रल जेल के डीआइजी विक्रम सिंह के अनुसार 15 मिनट का यह ऑडियो क्लिप उसे सजा सुनाए जाने के दो दिन बाद शुक्रवार का हो सकता है। यह कॉल जेल अधिकारियों की अनुमति के बाद की गई थी। जोधपुर की कोर्ट ने आसाराम में पांच साल पहले एक नाबालिग से रेप के आरोप में उम्रकैद की सजा सुनाई है।
सिंह ने बताया कि कैदियों को हर महीने उनके द्वारा दिए गए दो नंबरों पर हर महीने 80 मिनट बात करने की अनुमति होती है। आसाराम ने शुक्रवार को 6.30 बजे साबरमती के एक साधक से बात की थी। उन्होंने बताया कि संभवतः यह बातचीत रिकॉर्ड कर ली गई हो और इसे वायरल कर दिया गया।
Rape convict #Asaram made a call to Ahmedabad's Sabarmati Ashram & the person on the other side recorded the call & put it on social media. We also record all calls made by convicts. A prisoner is allowed to make calls up to 80 minutes in a month: Vikram Singh, DIG Jail, Jodhpur pic.twitter.com/dT3JB6BPeh
— ANI (@ANI) April 28, 2018
यह बातचीत एकतरफा है और टेलीफोन पर दिए गए प्रवचन की तरह है। इसमें वह अपने अनुयायियों से शांति बनाए रखने की बात कर रहा है। वह कहता है कि हमें कानून और व्यवस्था का पालन करना चाहिए। कुछ लोग उसके आश्रम को बदनाम पर उन पर कब्जा जमाना चाहते हं। वह लोगों से अपील करता है कि वे किसी बात पर उत्तेजित न हों।
इस क्लिप में वह कहता है कि वह शिल्पी और शरत चंदा को जेल से बाहर आने की व्यवस्था करेगा क्योंकि अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चों की पहले चिंता करे। इनकी रिहाई के लिए अगर और वकीलों की जरूरत पड़ेगी तो इसकी भी व्यवस्था की जाएगी। इनके बाहर आने के बाद बापू बाहर आएगा। शिल्पी और शरत चंदा इस केस में सहअभियुक्त हैं और उन्हें 20-20 साल की सजा दी गई है।
आसाराम कहता है कि अगर निचली अदालत में एक गलती हो जाती है तो उन गलतियों को सुधारने के लिए ऊपरी अदालतें हैं। सच छिपता नहीं और झूठ के पैर नहीं होते। जो आरोप हैं वे असंभव हैं। अच्छे दिन आएंगे। बातचीत के अंत में वह शरत को बोलने के लिए कहता है। शरत के अनुसार जेल में चिंता की कोई बात नहीं है।