आयुष मंत्री श्रीपाद येसो नाइक ने आज लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान बताया कि देश में एलोपैथी की जेनेरिक दवाओं के 3000 जन औषधि केंद्रों में आयुर्वेदिक जेनेरिक दवाओं को भी रखने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय से बातचीत की जाएगी और आयुर्वेदिक दवाओं को भी सस्ती दर पर उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा।
नाइक ने एस राजेंद्रन के प्रश्न के उत्तर में बताया कि देश में विलुप्त या संकटग्रस्त जड़ी-बूटियों को संरक्षण प्रदान करने के लिए नेशनल मेडिसिनल प्लांट बोर्ड काम कर रहा है।
उन्होंने बताया कि नाड़ी परीक्षण से रोग का पता लगाने और उसका उपचार कराने की पुरानी विधा हमारे देश में रही है और इसे पाठ्यक्रम में शामिल करने के लिए आयुर्वेद परिषद से बातचीत चल रही है।
नाइक ने देश में आयुर्वेदिक औषधियों का कोई मानकीकरण नहीं होने के सौगत राय के पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि आयुष मंत्रालय दो साल पहले ही अलग बनाया गया है और अभी तक आयुर्वेद का फार्माकोपिया अलग से काम नहीं कर रहा।
उन्होंने कहा कि हमने आयुर्वेदिक दवाओं के फार्माकोपिया को अलग करने की अनुमति सरकार से मांगी है तभी हम दवाओं के मानकीकरण की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे।
एजेंसी