किसान आंदोलन के चलते हरियाणा की बीजेपी सरकार ने तुरंत प्रभाव से अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल, कैथल, जींद, पानीपत, हिसार, रोहतक, भिवानी, चरखी दादरी, फतेहाबाद, रेवाड़ी और सिरसा जिलों में वॉयस कॉल को छोड़ कर इंटरनेट तथा एसएमएस सेवाएं 30 जनवरी सायं पांच बजे तक बंद करने का निर्णय लिया है।
एक आधिकारिक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुये बताया कि सरकार ने इसके अलावा, सोनीपत, पलवल और झज्जर जिलों में भी इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर प्रतिबंध 24 घंटे यानी 30 जनवरी, 2021 सायं पांच बजे तक के लिए बढ़ा दी हैं। सरकार ने बीएसएनएल समेत सभी दूरसंचार कम्पनियों को इन निर्देशों का पालन करने को कहा है।
सरकार ने ये आदेश किसान आंदोलन के मद्देनजर क्षेत्र में शांति, सार्वजनिक व्यवस्था तथा कानून व्यवस्था बनाये रखने के लिये जारी किये हैं जिनका उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है। सरकार ने एसएमएस, व्हाट्सएप, फेसबुक ट्विटर आदि विभिन्न सोशल मीडिया माध्यम से दुष्प्रचार और अफवाहों का प्रसार रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद करने का निर्णय लिया है।
किसान आंदोलन के प्रमुख केंद्र सिंघु बॉर्डर को पुलिस ने किले में तब्दील कर दिया है। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सभी तरफ बैरीकेड लगा दिए गए हैं। सभी प्रवेश मार्गों को बंद कर दिया गया है. स्थानीय लोगों और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प के बाद सुरक्षाकर्मी ज्यादा चौकसी बरत रहे हैं। दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर हुई हिंसा में 394 पुलिसकर्मियों के घायल होने एवं एक प्रदर्शनकारी की मौत होने के बाद इस प्रदर्शन स्थल पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पाबंदियां लगा दी गई हैं। वहां कंक्रीट के कई बैरीकेड एवं अन्य अवरोधक लगाए गए हैं तथा किसी को भी, यहां तक कि मीडियाकर्मियों को भी प्रदर्शनस्थल पर नहीं जाने दिया जा रहा है।