भारत की शतरंज खिलाड़ी सौम्या स्वामीनाथन ने अगले महीने ईरान में 26 जुलाई से 4 अगस्त के बीच होने वाले शतरंज टूर्नामेंट में खेलने से इनकार कर दिया है। उन्होंने इस एशियन चैम्पियनशिप टूर्नामेंट से खुद का नाम वापस ले लिया है। इसके पीछे का कारण उन्होंने हिजाब पहनने की अनिवार्यता को बताया है। इस मामले में सौम्या ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखी है जो देखते ही देखते वायरल हो गई। उन्होंने लिखा, 'वर्तमान परिस्थिति में अपने अधिकारों की रक्षा के लिए एक ही रास्ता है कि मैं ईरान नहीं जाऊं।'
इसे लेकर सोशल मीडिया पर सौम्या की तारीफ की जा रही है। सौम्या के समर्थन में पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने ट्वीट किया। कैफ ने सौम्या की पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा, 'ईरान में नहीं खेलने के फैसले के लिए सौम्या आपको सलाम। किसी भी खिलाड़ी पर धार्मिक पहनावे को थोपने की कोई गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। उस देश को अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी का मौका नहीं देना चाहिए जो बुनियादी मानवाधिकारों के बारे में नहीं सोचता हो।' मोहम्मद कैफ के इस ट्वीट को हजारों लोगों ने लाइक और शेयर किया है।
Hats off to Soumya Swaminathan for pulling out of this event in Iran.
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) June 13, 2018
There should be no scope for religious dress codes to be imposed on Players. A host nation should not be granted permission to host auch international events if it fails to consider basic human rights. pic.twitter.com/soQ9SVHYS6
सौम्या ने फेसबुक पर एक पोस्ट के जरिए कहा था कि उन्होंने मुस्लिम देश ईरान में हिजाब पहनने की अनिवार्यता के विरोध में यह फैसला लिया। शतरंज स्टार ने कहा कि हिजाब पहनने को लेकर की जाने वाली जबरदस्ती उनके मानवाधिकार के खिलाफ है।
29 वर्षीय सौम्या का मानना है कि यह उनकी आजादी धर्म और अधिकार के खिलाफ है। सौम्या ने फेसबुक की पोस्ट के जरिए लिखा, ‘मुझे बुर्का पहनने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए, ऐसा करना मेरे मानवाधिकार का उल्लंघन है, इसके साथ ही मेरे बोलने, सोचने और धर्म को मानने के अधिकारों का भी उल्लंघन हो रहा है। अपने अधिकारों की रक्षा करने के लिए मुझे ईरान नहीं जाना चाहिए।'
साथ ही, सौम्या का यह भी कहना है कि ऑफिशियस चैम्पियनशिप जैसे टूर्नामेंट का आयोजन करते हुए खिलाड़ियों के अधिकारों पर ध्यान नहीं दिया जाता। उन्हें इस टूर्नामेंट में हिस्सा न ले पाने का दुख भी है लेकिन उनका कहना है कि कुछ बातों को लेकर समझौता नहीं करना चाहिए।
यह पहला मौका नहीं है जब ईरान में होने वाले किसी अहम टूर्नामेंट में हिजाब पहनने को लेकर किसी ने इनकार किया है। इससे पहले साल 2016 में भारत की पिस्टल शूटर हीना सिद्धू ने भी एशियन एयरगन शूटिंग चैम्पियनशिप में हिस्सा लेने से मना कर दिया था।