केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर अहम बैठक की। छह घंटे चली इस बैठक में उन्होंने आंतरिक सुरक्षा को लेकर राज्यों के बीच समन्वय पर जोर दिया। शाह ने छोटी सी छोटी सूचना पर सतर्कता से कार्रवाई के निर्देश दिए।
बैठक में घाटी में नए सिरे से शुरू टारगेट किलिंग समेत, ड्रोन हमले, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ताजा हालात समेत, नक्सल और अन्य आंतरिक सुरक्षा के मसलों पर चर्चा की गई। इस बैठक में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय, गृह सचिव अजय भल्ला राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रमुख अरविंद कुमार भी थे। बैठक शुरू होने से पहले अमित शाह ने शहीद हुए जवानों को भी श्रद्धांजलि दी।
इंटेलिजेंस ब्यूरो के मुख्यालय में आयोजित राष्ट्रीय सुरक्षा रणनीति सम्मेलन में अमित शाह ने कहा कि बॉर्डर इलाको में राज्य पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों के बीच और बेहतर तालमेल होनी चाहिए। इसके लिए समय समय पर उच्चाधिकारियों के बीच हो समन्वय बैठक हो।
बैठक ऐसे समय में हुई है जब बीएसएफ की शक्ति बढ़ाने को लेकर विवाद हो रहा है और कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में तेजी आई है। हाल ही में केंद्र सरकार ने कानून में संशोधन कर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की शक्ति बढ़ाई है। इसके तहत बीएसएफ को पंजाब, पश्चिम बंगाल और असम में अंतरराष्ट्रीय सीमा से मौजूदा 15 किलोमीटर की जगह 50 किलोमीटर के क्षेत्र में तलाशी लेने, जब्ती करने और गिरफ्तार करने की शक्ति दी गई है।