पीएनबी घोटाले पर सामाजिक कार्यकर्ता और गांधीवादी नेता अन्ना हजारे ने लोकपाल और लोकायुक्त की जरूरत बताते हुए मोदी सरकार पर निशाना साधा।
हजारे ने कहा, ‘लोकपाल और लोकायुक्त काफी शक्तिशाली हो सकते हैं। हमने ड्राफ्ट बनाया था लेकिन राजनीति के लोगों इसे नहीं चाहते। अगर 2011 में यह लागू हो जाता तो ये सारे घोटाले सामने नहीं होता।‘
उन्होंने कहा, ‘सरकारें केवल करप्शन फ्री इंडिया की बात करती हैं लेकिन इस बारे में कुछ करती नहीं।‘
Lokpal & Lokayuktas can be very powerful,we made draft but people in politics don't want it,if it was implemented in 2011 these scams wouldn't have occurred. Govts don't understand,they only say they will make corruption free India but do nothing about it:Anna Hazare #PNBScam pic.twitter.com/ngSzQHgxbh
— ANI (@ANI) February 20, 2018
इससे पहले गांधीवादी नेता अन्ना हजारे ने आज कांग्रेस एवं भाजपा को ‘धन से सत्ता एवं सत्ता से धन’ कमाने वाली पार्टियां करार देते हुए कहा था कि देश की जनता जागरूक नहीं है और देश का लोकतंत्र लगातार खतरे में है।
उन्होंने आरोप लगाया था, ‘आज केंद्र सरकार जिस दिशा में जा रही है उससे लोकतंत्र की बजाय हुकुमतंत्र को बढ़ावा मिल रहा है। सरकार के खाने व दिखाने के दांत अलग-अलग हैं। अन्ना ने कहा कि पाकिस्तान से लड़ाई समाधान नहीं, लेकिन पाक नहीं मानता तो एक बार आर-पार की लड़ाई हो ही जानी चाहिए।‘
बता दें कि अन्ना हजारे मार्च में फिर से आंदोलन करने की तैयारी में हैं।