कर्नाटक की वरिष्ठ पत्रकार गौरी लंकेश मर्डर केस में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने एक शख्स को गिरफ्तार किया है। एएनआई के मुताबिक, शख्स का नाम परशुराम वाघमारे है। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद 14 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया।
इस मामले में जब एसआईटी के वरिष्ठ अधिकारियों से पूछा गया कि पकड़ा गया व्यक्ति वास्तव में गौरी लंकेश का हत्यारा है तो उन्होंने कहा कि अभी टीम पूछताछ कर रही है, इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तारी
एसआईटी के सूत्रों ने बताया कि एसआईटी ने एक मराठी बोलने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। उसकी उम्र लगभग 30 साल है, लंबाई 5.1 इंच, वजन 75 से 80 किलो के बीच है। उसके पास से कोई असलहा बरामद नहीं हुआ है।
फरेंसिक विशेषज्ञों ने गौरी लंकेश हत्याकांड में गौरी के घर के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की थी। जांच के बाद सामने आया था कि एक बाइक से आए युवक ने गौरी लंकेश की हत्या की थी। हमलावर की लंबाई 5.1 इंच से 5.2 इंच के बीच और वजन लगभग 70 से 80 किलो था।
चार संदिग्धों पर पैनी नजर
जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज की और डिटेल खंगालने के बाद टीम ने चार संदिग्ध का स्केच बनवाया। यह स्केच श्रीरंगपटना के रहने वाले अनिल कुमार के बताए गए विवरण अनुसार बनवाया गया था। अनिल कुमार, गौरी लंकेश हत्याकांड के आरोपी केटी नवीन कुमार का दोस्त है। नवीन कुमार के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हो चुकी है।
एसआईटी ने अनिल कुमार को स्थानीय अदालत में पेश किया जा चुका है। उसके कलमबद्ध बयान भी दर्ज किए जा चुके हैं, जो साक्ष्य के तौर पर कोर्ट में पेश किए जाएंगे।
एसआईटी की चार्जशीट
एसआईटी द्वारा दायर की गई चार्जशीट में लिखा है कि नवीन ने स्वीकार किया है कि उसने शिवामोगा के रहने वाले प्रवीन उर्फ सुजीत कुमार के साथ मिलकर गौरी लंकेश की हत्या प्लान की थी। प्रवीण ने कथित तौर पर तर्कवादी केएस भगवान को खत्म करने के लिए भी नवीन की मदद मांगी थी। केएस भगवान भी इन साजिशकर्ताओं के निशाने पर थे।