वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में तीसरे दिन का सर्वे हुआ। आज सर्वे का अंतिम दिन था। इसके बाद सर्वे रिपोर्ट अब कल यानी 17 मई को कोर्ट में सौंपी जानी है, जिसके बाद कोर्ट अंतिम फैसला लेगा। इस बीच सर्वे टीम का हिस्सा रहे सोहनलाल आर्य ने परिसर में शिवलिंग मिलने का दावा किया है।
दरअसल, सर्वे का काम पूरा होने के बाद सोहनलाल ने कहा कि नंदी को जिसकी प्रतीक्षा थी वह बाबा मिल गए, जितना सोचा गया था उससे कहीं ज्यादा मिला है। जाहिर है कि यह बात सभी को पता है कि नंदी के आराध्य देवता कौन हैं। उन्होंने संकेतों में यह बात कही है। आर्य के बयान से लगता है कि हिंदू पक्ष को मंदिर होने के दावे की पुष्टि करने वाला कोई बड़ा साक्ष्य मिला है। वहीं, मुस्लिम पक्ष ने इस दावे को खारिज कर दिया है।
#WATCH "Shivling....Jiski Nandi pratiksha kar rahi thi... The moment things became clear the chants of 'Har Har Mahavdev' resonated in mosque premises," claims Sohan Lal Arya, petitioner in Gyanvapi mosque case, who accompanied the Court commission on mosque survey in Varanasi pic.twitter.com/iWwubz4wPa
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 16, 2022
सोहनलाल ने मीडिया को बताया कि, जिस लक्ष्य के साथ हमने सर्वे किया है वह हमें हासिल हो गया है। बाबा विश्वेश्वर तालाब में मिले हैं? इस सवाल के जवाब में कहा कि जिन खोजा तीन पाईया गहरे पानी पैठ इसी से सब कुछ समझ लीजिए। इसके आगे कुछ नहीं बताएंगे। इन शब्दों के अंदर जाकर आप इस पहेली को समझ लीजिए, जिस शिवलिंग का इतिहास में वर्णन किया गया था वह मिला गया, जिस शिवलिंग की नन्दी प्रतीक्षा कर रहे थे, वो बाबा मिल गए।
वाराणसी सीपी ने बताया कि हमने सभी हितधारकों के साथ बात की और आम सहमति पर पहुंचे कि अदालत के आदेश का पालन करना महत्वपूर्ण है। हमने लोगों की भ्रांतियों को भी दूर किया, विश्वास बहाली पर काम किया। तीन दिवसीय सर्वेक्षण समाप्त हो गया है। हम काशी के लोगों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं।
We spoke with all stakeholders and reached a consensus that it's important to follow court's order. We also cleared people's misconceptions, worked on confidence building. The 3-day survey has ended. We thank the people of Kashi for their cooperation: Satish Ganesh, Varanasi CP pic.twitter.com/CfY0ReumS8
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 16, 2022
डीएम वाराणसी ने कहा कि आयोग के किसी भी सदस्य ने ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण के ब्योरे का खुलासा नहीं किया। न्यायालय सर्वेक्षण के बारे में जानकारी का संरक्षक है। एक सदस्य को कल लगभग कुछ मिनट के लिए आयोग से हटा दिया गया था, बाद में आयोग में भर्ती कराया गया।
No details of the survey of Gyanvapi mosque were disclosed by any member of the commission. The court is the custodian of the information about the survey. One member was debarred from the commission for about a few mins yesterday, later admitted to the commission: DM Varanasi pic.twitter.com/fHgBPdO98n
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 16, 2022
बता दें कि अदालत के आदेश के बाद शनिवार और रविवार को चार-चार घंटे में 80 से 85 फीसदी ही सर्वे ही हुआ था। इससे पहले 12 मई को ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था कोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे के लिए नियुक्त किए गए एडवोकेट कमिश्नर अजय कुमार मिश्रा को हटाए जाने से इनकार कर दिया था कोर्ट ने अजय मिश्रा के साथ विशाल कुमार सिंह को कोर्ट कमिश्नर और अजय सिंह को असिस्टेंट कमिश्नर बनाया था कोर्ट ने सर्वे की कार्रवाई पूरी कर के 17 मई तक रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था ऐसे में कल ज्ञानवापी मस्जिद की पूरी रिपोर्ट दाखिल की जाएगी।