भारत ने रविवार सुबह 9 बजकर 48 मिनट पर अंतरमहाद्वीप बैलेस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का सफल परीक्षण किया। भारत इस तरह के प्रक्षेपास्त्र विकसित करने वाला दुनिया का पांचवां देश बन चुका है। अभी सिर्फ अमेरिका, रूस, फ्रांस और चीन के पास ही ऐसी मिसाइल हैं।
अब्दुल कलाम द्वीप (व्हीलर द्वीप) के चार नंबर लांचिंग काम्प्लेक्स में इसका परीक्षण किया गया। 50 टन वजन की यह मिसाइल 17.5 मीटर लम्बी, दो मीटर चौड़ी तथा यह अपने साथ 1 टन वजन का विस्फोटक ले जाने की ताकत रखती है।
ये हैं अग्नि-5 की 10 खासियत-
1. अग्नि-5 से भारत अब अमेरिका, रूस, चीन और फ्रांस के साथ इंटर कंटीनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) क्लब में शामिल हो गया है।
2. इस मिसाइल की प्रहार क्षमता घातक है। यह 20 मिनट में 5000 किमी. की दूरी तय कर लेगी। डेढ़ मीटर के लक्ष्य भेदने में सक्षम है।
3. भारत के पास अभी सबसे अधिक दूरी तक मार करने वाली मिसाइल अग्नि-4 थी, जो कि 3500 से 4000 किमी. तक मार करने की ताकत रखती है।
4. यह मिसाइल 1000 किलो का न्यूक्लीयर वारहेड ले जाने में सक्षम है।
5. यह भारत के मिसाइल तरकश में सबसे लम्बी दूरी तक प्रहार करने वाला प्रक्षेपास्त्र है।
6. अग्नि-5 मिसाइल कैमिस्टर से छोड़ी जा सकती है। इसे सड़क के रास्ते कहीं भी पहुंचाया जा सकता है। इस खूबी के कारण इस मिसाइल को दुश्मन उपग्रह निगाहों से भी बचाया जा सकता है।
7. इस मिसाइल की तकनीकी का इस्तेमाल भारत दुश्मन के उपग्रह को भी नष्ट करने में कर सकता है।
8. इस मिसाइल की कमान स्ट्रेटिजिक फोर्सेस कमान के हाथ में होगी।
9. 17 मीटर ऊंची इस मिसाइल में 7 किमी. लम्बी वायरिंग है। यह मिसाइल तीन स्टेज में मार करेगी।
10. यह मिसाइल देश के सामरिक रणनीति में बड़ा बदलाव लाएगी। पूरा एशिया और अफ्रीका महाद्वीप और यूरोप के अधिकांश हिस्से इसकी जद में होंगे। अमेरिका इसके दायरे से बाहर है।