विशाखापत्तनम। नौसेना के पोत आईएनएस विराट के 2017 के मध्य से सेवा से हटने की संभावना है। नौसेना दिवस समारोह से पहले आईएनएस शक्ति पर संवाददाताओं से बातचीत में पूर्बी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस-एडमिरल एचसीएस बिष्ट ने कहा कि इस युद्धपोत को प्राप्त करने के इच्छुक लोगों में आंध्रप्रदेश सबसे मजबूत दावेदार था। उन्होंने कहा कि आंध्रप्रदेश सरकार ने आईएनएस विराट को सेवा से हटाने के बाद पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विशाखापत्तनम में रखने तथा पोत को संग्रहालय के रूप में विकसित करने में गहरी दिलचस्पी जतायी है।
बिष्ट ने कहा, विजयवाड़ा में मुख्यमंत्री एन. चन्द्रबाबू नायडू के साथ हाल में हुई बैठक में आईएनएस विराट को संग्रहालय-सह-लग्जरी होटल के रूप में विकसित करने के तरीकों तथा वित्तीय पहलुओं पर मैंने चर्चा की।
सूत्रों के अनुसार, राज्य सरकार ने आईएनएस विराट को 500 कमरों वाले होटल के रूप में विकसित करने की योजना बनायी है। रॉयल नेवी (ब्रिटिश नौसेना) की 27 वर्ष की सेवा सहित कुल 55 वर्ष की सेवा के बाद आईएनएस विराट के 2016 के अंत में या अगले वर्ष के पूर्वार्द्ध में सेवा से हटने की संभावना है।
नौसेना की विभिन्न मौजूदा परियोजनाओं के बारे में पूर्बी नौसेना कमान के प्रमुख ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के समय की भारत की पहली स्वदेशी परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत का अब भी समुद्री परीक्षण चल रहा है और उसे नौसैनिक बेड़े में शामिल करने में और कुछ वक्त लगेगा।
भाषा