नई दिल्ली, गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ डिज़ाइन एंड इनोवेशन ने अपनी पहली डिज़ाइन डिग्री शो 2025 का आयोजन किया।
इस कार्यक्रम का उद्घाटन यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो (डॉ) महेश वर्मा द्वारा किया गया। इस अवसर पर प्रो ए के सैनी, निदेशक, पूर्वी दिल्ली परिसर और प्रो. अरविंदर कौर, डीन-यूएसडीआई और यूएसएआर उपस्थित थे।
अपने मुख्य भाषण में प्रो वर्मा ने कहा, "आज का आयोजन केवल रचनात्मक उपलब्धियों का प्रदर्शन नहीं है - यह दृष्टि, धैर्य और परिवर्तनकारी यात्रा का जश्न है जो हमारे छात्रों ने इस अनूठे स्कूल में अनुभव किया है।"
प्रो वर्मा ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे एआई और स्वचालन के युग में रचनात्मकता एक विशिष्ट मानव शक्ति बनी हुई है: "मशीनें भविष्यवाणी कर सकती हैं, लेकिन वे समझ नहीं सकतीं। वे चित्र बना सकती हैं, लेकिन वे सपने नहीं देख सकतीं। रचनात्मकता न केवल एक कौशल है - यह एक सुपरपावर है।"
इस स्कूल का दर्शन गहराई से स्थिरता और समावेशिता में निहित है, जो इन्टेरिओर डिज़ाइन, औद्योगिक डिज़ाइन और इंटरेक्शन डिज़ाइन विशेषज्ञताओं के प्रदर्शन में प्रतिबिंबित होता है।प्रदर्शित परियोजनाओं ने जलवायु परिवर्तन, शहरी अराजकता, डिजिटल थकावट और पर्यावरणीय जिम्मेदारी जैसी वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान ढूंढ़ने की कोशिश की, जो इस बात पर जोर देती है कि डिज़ाइन न केवल सौंदर्यशास्त्र के बारे में है, बल्कि प्रभाव और बदलाव के बारे में भी है।
इन्हें स्मार्ट गतिशीलता और स्थायी जीवन से लेकर भावनात्मक डिज़ाइन और इमर्सिव कहानी कहने तक की परियोजनाओं से, प्रत्येक प्रदर्शन को "कल्पना का ब्रह्मांड" और "भविष्य के साथ संवाद" के रूप में वर्णित किया गया था।
कार्यक्रम में इस डोमेन की कई नामचीन हस्तियों ने शिरकत की, जिनमें मिस्टर अजय अग्रवाल, अध्यक्ष और मिस्टर विपिन निजवान, उपाध्यक्ष, टॉय एसोसिएशन ऑफ इंडिया शामिल थे। डॉ अनुपम जैन, निदेशक, निफ्ट,दिल्ली, डॉ ऋतु सिब्बल, डिज़ाइन विभाग, एनएसयूटी और प्रो. रंगनाथ, डिज़ाइन विभाग, डीटीयू ने भी इस इवेंट की शोभा बढ़ाई।
प्रो रंजन, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पैकेजिंग के एसोसिएट प्रोफेसर मिस्टर राहुल के साथ अपने विचार साझा किए।मिस्टर राजेश जगेटिया ने “लिगेसी ए काशी"नामक एक परियोजना को प्रायोजित किया, जिसका मार्गदर्शन प्रो. बिंदू रंजन, समन्वयक, यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ डिज़ाइन और इनोवेशन ने किया।